उत्तराखण्ड
स्थाई राजधानी को लेकर भरेंगे हुँकार ,हरीश रावत
एक राज्य एक राजधानी को लेकर मेरी राजधानी गैरसेंण के लिए पहाड़ी आर्मी का गठन किया गया जिसमें पहाड़ी आर्मी उत्तराखंड की राज्य के शहीदों के सपनो को साकार करने कर लिए पहाड़ के ज्वलंत मुद्दों पर जन आंदोलन करेगी जिसमे पहाड़ की मूल स्थापना के लिए गैरसेंण स्थाई बनना अति आवश्यक उत्तराखंड राज्य का निर्माण हुए 21 वर्ष हो गए हैं अभी भी यह देश का एक मात्र राज्य है जिसकी कोई स्थाई राजधानी नही है उत्तराखंड राज्य बनने के लिए यहाँ के नोजवानों माताओ बहनों बुजुर्गों ने बहुत कुर्बानियां दी लेकिन राज्य बनने के बाद यहाँ के जन प्रतिनिधियों ने राज्य के हित मे काम न कर सिर्फ अपने व्यक्तिगत हितों में काम किया कमजोर राजनीतिक इच्छाशक्ति वाले मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड राज्य के राज्य आंदोलनकारियों के उद्देश्य के पूरा करने एवं जनता के हित मे कोई मजबूत कदम नहीं उठाया जिसकी वजह से पलायन बेरोजगारी सुवर बंदरो का आंतक सड़क स्वास्थ एवम शिक्षा के बदतर हाल हो गए हैं पिछले 20 वर्षों से अपने राजनीतिक फायदों के लिए गैरसेंण को सभी राजनीतिक दलों ने अपने अपने हिसाब से जनता को चूर्ण चटाया किसी ने भूमि पूजन ने भवन निर्माण और किसी ने ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाकर इसके कपाट खोल दिए जो सिर्फ और सिर्फ जनता की भावनाओ के साथ भद्दा मजाक है पहाड़ी आर्मी स्थाई राजधानी के लिए आंदोलन करेगी जिसे एक सितंबर से उत्तराखंड की जनता के बीच जाकर जनमत संग्रह शरू करेगी जिसे प्रदेश के राजनीतिक दलों के अध्यक्षों ,नेताओ नेताओ एवम जनप्रतिनिधियों को सौपेगी जनमत संग्रह के साथ साथ प्रदेश भर में नुक्कड़ सभा जागरूकता अभियान और जनाक्रोश रैली उत्तराखंड की धरती पर लगातार चलाएगी प्रथम चरण में 1 सितम्बर से होगी इस अवसर पर हरीश रावत पवन सिंह काशी चंद्र सिंह नयाल हेमा कबड़वाल ,उपस्थित थे,