उत्तराखण्ड
निर्वाचक पंजीकरण अधिकारी कार्यशाला का आयोजन, पिथौरागढ़ में मतदाता सूची की सटीकता पर जोर,
पिथौरागढ़, 18 सितंबर 2025
जिलाधिकारी विनोद गोस्वामी की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में निर्वाचक पंजीकरण अधिकारी (ईआरओ) एवं सहायक निर्वाचक पंजीकरण अधिकारी (एईआरओ) की एक महत्वपूर्ण कार्यशाला आयोजित हुई। इस कार्यशाला का मुख्य विषय ‘इलेक्टोरल लेगेसी डेटा’ मिलान प्रक्रिया था, जिसके तहत मतदाता सूची की सटीकता एवं विश्वसनीयता पर विशेष ध्यान दिया गया।कार्यशाला में अधिकारियों ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा विकसित ईआरओ-नेट (ERONET) आईटी प्रणाली के माध्यम से डुप्लीकेट प्रविष्टियों की पहचान और सुधारात्मक कार्रवाई की जाती है। इसके अतिरिक्त, फोटो और डेमोग्राफिक समानताओं की जांच कर संदिग्ध प्रविष्टियों के फील्ड सत्यापन और सुधार सुनिश्चित किए जाते हैं।कार्यशाला में यह भी बताया गया कि स्थानांतरित, मृत और अनुपस्थित मतदाताओं के नाम हटाने हेतु फॉर्म-7 का उपयोग किया जाता है, और मतदाता पोर्टल, वोटर हेल्पलाइन ऐप एवं बीएलओ ऐप से प्राप्त आवेदनों की प्रक्रिया भी ईआरओ-नेट से संचालित होती है। यह पूरी प्रक्रिया उत्तराखण्ड के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) की देखरेख में पूरी पारदर्शिता के साथ की जाती है।स्थानीय प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया है कि मतदाता सूची का डेटा नियमित रूप से अपडेट होकर राष्ट्रीय डाटाबेस के साथ सिंक्रोनाइज़ हो, जिससे आगामी चुनावों में त्रुटियों से बचा जा सके। पिथौरागढ़ जिला प्रशासन की वेबसाइट पर भी मतदाता संबंधित सूचनाएं उपलब्ध कराई जाती हैं।यह कार्यशाला आगामी चुनावों में मतदाता सूची की गुणवत्ता और चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता को और अधिक मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।
















