उत्तराखण्ड
जिलाधिकारी युगल किशोर पंत आज गुलरभोज बौर जलाशय पहुंच कर जल क्रीड़ा प्रशिक्षण शिविर का निरीक्षण किया
RS. Gill journalist
गदरपुर/गुलरभोज – जिलाधिकारी युगल किशोर पंत आज गुलरभोज बौर जलाशय पहंुचकर जल क्रीड़ा प्रशिक्षण शिविर का निरीक्षण किया। जिलाधिकारी ने खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त कर शुभकामनाएं दी। उन्होने कैनो व क्याक का प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे खिलाड़ियों से कहा कि मन लगाकर अच्छी तरह से प्रशिक्षण प्राप्त कर जनपद, प्रदेश व देश का नाम रोशन करें। उन्होने कहा कि आगामी दिनों में नेशनल जल क्रीड़ा प्रतियोगिता का आयोजन किया जायेगा इसके लिये अभी से पुरी तैयारियां की जा रही है जिससे कि प्रतिभागियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। उन्होने जिला पर्यटन अधिकारी को निर्देश दिये कि खिलाड़ियों को पीने के लिये स्वच्छ पानी उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। उन्होने जिला पर्यटन अधिकारी को निर्देश देते हुये कहा कि मुख्य चिकित्साधिकारी से समन्वय बनाते हुये प्रशिक्षण दिवस में खिलाड़ियों का प्रतिदिन स्वास्थ्य परीक्षण कराये। उन्होने कहा कि खिलाड़ियों को उच्च गुणवत्ता का भोजन दिया जाये। इस दौरान जिलाधिकारी ने बौर जलाशय में नौकायन भी किया। उन्होने कहा कि पर्यटकों को और अधिक सुविधा उपलब्ध कराने के लिये भी क्षेत्र में कार्य किये जा रहे है। इसके उपरांत जिलाधिकारी ने खिलाड़ियों व पर्यटकों के रूकने के लिये बनाये गये गेस्ट हाउस का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जिला पर्यटन अधिकारी को निर्देश दिये कि लाईट, पंखा, शौचालय को अति शीघ्र मरम्मत कराकर सुचारू कराये। उन्होने कहा कि गेस्ट हाउस व उसके आस पास निरन्तर साफ-सफाई कराते रहे।
उत्तराखण्ड ओलम्पिक एसोसिऐशन के सचिव डीके सिंह ने कहा कि पर्यटन को बढ़ाने के लिये बहुत बड़ा योगदान जल क्रीड़ा का हो सकता है। इसके लिये शीघ्र राष्ट्रीय स्तर की जल क्रीड़ा प्रतियोगिता करायी जायेगी। उन्होने कहा कि इससे पूर्व भी तीन राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताये करायी गयी है। इस बार बौर जलाशय में देश का सबसे बड़ा टूनामेंट जो नेशनल कैनो स्प्रींट महिला व पुरूष सिनियर वर्ग की प्रतियोगिता आयोजित की जायेगी जिसमे यही पर ही राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों का चयन भी किया जायेगा। उन्होने बताया कि कैनो व क्यांक प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रदेश के विभिन्न जनपदो से 28 जूनियर व सिनियर महिला एवं पुरूष खिलाड़ियों द्वारा प्रतिभाग किया जा रहा है।