उत्तराखण्ड
युवा बेरोजगारों पर लाठीचार्ज और दमन ने भाजपा सरकार की बेरोजगारों के प्रति मानसिकता को उजागर कर दिया है धीरज कुमार,,
छात्र संगठन आइसा ने देहरादून में युवा बेरोजगारों पर हुए बर्बर लाठीचार्ज की निंदा करते हुए उसकी नैतिक जिम्मेदारी स्वीकार करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से त्यागपत्र और राज्य बनने के बाद से अब तक हुई सभी भर्तियों की जांच की मांग की है। आइसा के नैनीताल जिला संयोजक धीरज कुमार ने बयान जारी कर कहा कि, “प्रदेश में एक के बाद एक हो रहे भर्ती घोटालों की सीबीआई जांच की मांग कर रहे युवा बेरोजगारों पर लाठीचार्ज और दमन ने भाजपा सरकार की बेरोजगारों के प्रति मानसिकता को उजागर कर दिया है।” उन्होंने कहा कि,”युवा दिन रात मेहनत कर परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं और उन पर लगातर घोटालों की मार पड़ रही है। और अब युवाओं पर घोटालों के साथ लाठीचार्ज की मार भी धामी सरकार डाल रही है। युवाओं के साथ इस सरकार का यह सलूक तानाशाही पूर्ण है।”
आइसा नेता ने कहा कि, ” यह सरकार भर्ती घोटालों को रोकने और युवाओं को न्याय देने में असमर्थ है। घोटालों को रोकने में असफलता और युवाओं पर हुए लाठीचार्ज की जिम्मेदारी लेते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को तत्काल इस्तीफा देना चाहिए। और राज्य बनने के बाद से अब तक सभी भर्तियों की सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश की देखरेख में जांच की जानी चाहिए।”