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उत्तराखण्ड

पर्वतीय क्षेत्रों के सरकारी स्कूलों में मध्यान्ह भोजन योजना के तहत झंगोरा व मंडुवे के व्यंजन बनाये जाने पर भी जोर दिया जाए धन सिंह रावत

हल्द्वानी
प्रदेश के चिकित्सा, सहकारिता, संस्कृत स्कूल, शिक्षा एवं उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत की अध्यक्षता में काठगोदाम स्थित, सर्किट हाउस में जनपद नैनीताल व उधमसिंह नगर के मुख्य शिक्षा अधिकारी, जिला शिक्षा अधिकारी एवं खण्ड शिक्षा अधिकारियों व डायट के प्रधानाचार्यो के साथ शिक्षा के उन्नयन को लेकर समीक्षा बैठक आयोजित की गई।
इस अवसर पर नैनीताल के सीईओ कुंवर सिंह रावत ने मंत्री जी अभिनन्दन करते हुए जनपद में शिक्षा व्यवस्था के संबंध में आवश्यक जानकारी उपलब्ध कराई। जानकारी देते हुए बताया कि जनपद में 1106 प्राथमिक, 466 जूनियर हाईस्कूल, 106 हाईस्कूल तथा 522 इण्टरमीडिएट कालेजों के अलावा सुयालवाडी में जवाहर नवोदय, कोटाबाग में राजीव गांधी नवोदय विद्यालय, बेतालघाट में राजीव गांधी अभिनव विद्यालय के अलावा केजीबीवी खनस्यूं में आवासीय विद्यालय संचालित किये जा रहे है। उन्होंने प्रयोगशाला, कम्प्यूटर लैब, फर्नीचर, स्मार्ट क्लास, ई टैबलेट, पाठयपुस्तकों, विद्यालय सौन्दर्यीकरण, कायाकल्प रूपान्तरण, विद्युत, पेयजल समेत खत्तों में पक्के स्कूल भवनों के निर्माण के सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी दी। इसके उधम सिह नगर के सीईओ आर सी आर्य ने जनपद में संचालित विद्यालयों के संबध में विस्तार से जानकारी उपलब्ध कराई। उन्होंने बताया कि नवाचार प्रोग्राम, आंगनवाडी, प्रारम्भिक शिक्षा, प्रधानमंत्री पोषण आहार योजना, लैब एवं फर्नीचर, शौचालय, पेयजल उपलब्धता के संबंध में जनपद अग्रेत्तर दिशा में है तथा स्मार्ट क्लास के माध्यम से विद्यार्थियों को गुणवत्तापरक शिक्षा उपलब्ध कराई जा रही है।
बैठक में मं़़त्री जी ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिलाप्रशासन से आवश्यक सहयोग लेते हुए वन विभाग को कार्यदायी संस्था बनाते हुए धनराशि उपलब्ध कराकर वन क्षेत्र में भवनों का निर्माण कराना शुरू करें। उन्होंने शिक्षा विभाग के रिक्त चल रहे पदों को विभागीय परीक्षा एवं आयोग को अधियाचन प्रस्तुत कर पद भरने की कार्यवाही तेजी से चलायें। उन्हांेने कहा कि आगामी 100 दिनों के अन्दर विद्यार्थियों के बैठने हेतु फर्नीचर की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने नवाचार शिक्षा के अंतर्गत अनिवार्य रूप से बच्चों को ऐंपण कला में निपुण बनाया जाए। इसके अलावा स्वजल के माध्यम से पेयजल व्यवस्था विद्यालयों में सुनिश्चित की जाए। उन्होंने नई शिक्षा नीति के तहत स्थानीय बोली-भाषा के साथ ही पर्वतीय क्षेत्रों में मध्यान्ह भोजन योजना के तहत झंगोरा व मंडुवे के व्यंजन बनाये जाने पर भी जोर दिया। उन्होंने बीईओ के द्वारा दिए गए सुझाव एवं समस्याओं का त्वरित गति से समाधान किये जाने के लिए सरकार संकल्पित है। उन्होंने बीईओ को अपने ़़क्षेत्र के विद्यालयों में 10-10 गमले लगाने के साथ ही अध्यापकों को प्रशिक्षण दिए जाने पर बल दिया। उन्होंने केन्द्रीय विद्यालय की तर्ज पर स्थानान्तरण नीति चलाये जाने पर सभी से सुझाव मांगा।
उन्होने कहा कि आगामी 31 मई को तम्बाकू नियन्त्रण दिवस पर कक्षा -6 से ऊपर के छात्र-छात्राओं अभिभावकों समेत 05 लाख लोगो को तम्बाकू निषेध की शपथ दिलाते हुए प्रदेश को तम्बाकू मुक्त प्रदेश बनाने में जिला प्रशासन, शिक्षा विभाग का सहयोग करने के लिए आगे आयें। इस अवसर पर आयुक्त दीपक रावत, जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने अपने विचार व्यक्त किये, मुख्य शिक्षाधिकारी कुॅवर सिंह रावत समेत डायट के प्रधानाचार्यो मौजूद थे


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