उत्तराखण्ड
गोला नदी के कटाव से प्रभावित बिंदुखत्ता में प्रशासन की अनदेखी, स्थायी तटबंध की मांग तेज,
लालकुआं, बिंदुखत्ता।।गोला नदी के लगातार कटाव से इंद्रानगर और रावतनगर समेत दर्जनों परिवारों की जमीन और घर नदी में समा गए हैं। भाकपा(माले) कार्यकर्ताओं ने आज एरिया सचिव कॉमरेड पुष्कर दुबड़िया की नेतृत्व में प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया। पार्टी ने प्रशासन और विधायकों पर सिर्फ खानापूर्ति और चकडैम बनवाने का आरोप लगाया, जो हर साल बह जाते हैं और करोड़ों रुपये की बर्बादी होती है। बीते वर्षों में समस्या और गंभीर हुई है, लेकिन स्थायी समाधान के लिए कोई ठोस पहल नहीं की गई है।
स्थानीय लोगों को मुआवजा व पुनर्वास नहीं मिला है, प्रशासन राजस्व गांव न होने का हवाला देकर प्रभावित परिवारों को इलाके से हटने के नोटिस दे देता है। भाकपा(माले) ने पुरजोर मांग की है कि गोला नदी के तट पर स्थायी तटबंध बनाया जाए और सभी बेघर एवं प्रभावित परिवारों को उचित मुआवजा दिया जाए। पार्टी ने चेतावनी दी है कि अगर तत्काल कार्रवाई नहीं होती, तो बरसात के बाद आंदोलन किया जायेगा।
भाकपा(माले) के टीम में गोविंद जीना, हरीश भंडारी, आनंद दानू, धीरज कुमार, अनिता अन्ना, अस्मिता, उत्तम, पुष्कर दुबड़िया समेत अन्य कार्यकर्ता शामिल थे















