उत्तराखण्ड
बागजाला गांव में अनिश्चाकलीन धरना जारी, भू-स्वामित्व व विकास कार्यों की मांग,
हल्द्वानी। बागजाला गांव में अखिल भारतीय किसान महासभा के नेतृत्व में अनिश्चितकालीन धरना तीसरे दिन भी जारी है। किसान महासभा की आठ सूत्रीय मांगों में भूमि का मालिकाना अधिकार, राजस्व गांव का दर्जा, पेयजल व सड़क विकास कार्यों पर लगी रोक हटाने, जल जीवन मिशन योजना की शुरुआत और पंचायत प्रतिनिधि चुनने के अधिकार बहाल करने सहित अन्य मूलभूत सुविधाएं शामिल हैं।
प्रदेश अध्यक्ष आनंद सिंह नेगी ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार गरीबों को उनकी जमीन से बेदखल करने की कोशिश कर रही है, जबकि दशकों से कब्जा रखने वाले लोगों को मालिकाना हक देने की बजाय उन्हें बेघर करने की कोशिशें जोर पकड़ रही हैं। उन्होंने कहा कि खेती-किसानी को बड़े कॉरपोरेट घरानों के हित में सौंपने की स्तर पर नीतियां बन रही हैं और किसान महासभा देशभर में इन नीतियों के खिलाफ संघर्षरत है।
भाकपा माले के नैनीताल जिला सचिव डॉ. कैलाश पाण्डेय ने कहा कि प्रदेश सरकार गरीब किसानों को जमीनों से बेदखल कर उजाड़ने की नीति पर चल रही है। बागजाला समेत आसपास के कई इलाकों में बड़े विकास प्रोजेक्ट के नाम पर गरीबों की जमीनें छीनने की कोशिशें हो रही हैं, जिससे हजारों लोगों को घर और जमीन छिनने का खतरा है।
धरना प्रदर्शन में किसान महासभा के पदाधिकारी, ग्रामीण और सामाजिक कार्यकर्ता बड़ी संख्या में शामिल हैं। धरना तब तक जारी रहेगा जब तक प्रशासन उनकी मांगों का समाधान नहीं करता।
धरना स्थल पर किसानों ने सरकार से न्याय की अपील की है और आगाह किया है कि उनकी मांगें पूरी किए बिना आंदोलन खत्म नहीं होगा।















