उत्तराखण्ड
राजभवन में राज्य स्थापना की रजत जयंती पर स्वल्पाहार कार्यक्रम, राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने किया पुस्तकों का विमोचन,
देहरादून, उत्तराखण्ड राज्य स्थापना की रजत जयंती के उपलक्ष्य में राजभवन में स्वल्पाहार कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से.नि.), मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, मंत्रिमंडल के सदस्य, विधायकगण, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।इस अवसर पर राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने राज्य सूचना आयोग की दो पुस्तकों का लोकार्पण किया। इनमें पहली पुस्तक ‘‘सशक्त नागरिकः सफल लोकतंत्र – उत्तराखण्ड में सूचना का अधिकार अधिनियम के 20 वर्ष’’ राज्य में सूचना का अधिकार अधिनियम (आरटीआई) के दो दशकों की विकास यात्रा को प्रस्तुत करती है। इस पुस्तक में पूर्व और वर्तमान मुख्य सूचना आयुक्तों, राज्य सूचना आयुक्तों, आयोग के अधिकारियों तथा प्रशासन अकादमी नैनीताल सहित कई संस्थाओं द्वारा दिए गए संदेश और लेख संकलित हैं। यह संकलन राज्य में आरटीआई अधिनियम के प्रभावी क्रियान्वयन और 20 वर्षों की उपलब्धियों का दस्तावेज है।सूचना आयोग द्वारा प्रकाशित दूसरी पुस्तक एक मार्गदर्शिका है, जिसमें आरटीआई अधिनियम के प्रावधानों को सरल, बोधगम्य और व्यावहारिक रूप में प्रस्तुत किया गया है। यह मार्गदर्शिका लोक सूचना अधिकारियों, प्रथम अपीलीय अधिकारियों और आम नागरिकों के लिए उपयोगी संदर्भ सामग्री सिद्ध होगी, जिससे सूचना आवेदन, निस्तारण और अपील प्रक्रिया समयबद्ध रूप से संपन्न हो सकेगी।राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर लेखक ओ. सी. हाण्डा की पुस्तक ‘‘हिस्ट्री ऑफ उत्तराखण्ड’’ का भी विमोचन किया। यह पुस्तक उत्तराखण्ड के प्राचीन इतिहास, राजवंशों, लोककथाओं और सांस्कृतिक विरासत को सहज भाषा में प्रस्तुत करती है तथा कत्यूरी, चंद और गढ़वाल राजवंशों से लेकर आधुनिक उत्तराखण्ड की ऐतिहासिक यात्रा को समेटे हुए है।






















