उत्तराखण्ड
बरसाती आपदा में टूटी बिलासपुर सिंचाई नहर, किसानों ने तत्काल मरम्मत की मांग की,
भीमताल क्षेत्र में बरसात की आपदा से बुरी तरह प्रभावित सिंचाई नहर की हालत बेहद खराब हो गई है। बिलासपुर, नौलधारा और आसपास के किसान वर्षों से नहर के जीर्णोद्धार और मरम्मत की मांग करते आ रहे हैं, लेकिन समस्या अभी तक जस की तस बनी हुई है। स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता पूरन बृजवासी ने सिंचाई विभाग से नहर के ‘हेड से लेकर ट्रेल’ तक पूर्ण मरम्मत के लिए प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजने की मांग की है ताकि किसानों के खेतों तक पानी निर्बाध रूप से पहुंचाया जा सके।
भीमताल नगर पंचायत से नौकुचियाताल तक करीब 5 किलोमीटर लंबी इस नहर में गाद-मिट्टी जमा हो गई है, झाड़ियां उग आई हैं और कई स्थानों पर नहर टूट चुकी है। भारी बारिश के बाद नहर की स्थिति और बिगड़ गई है, जिससे बिलासपुर और आसपास के क्षेत्रों के किसानों को सिंचाई के लिए पानी नहीं मिल पा रहा है।
पूरन बृजवासी ने बताया कि वे पहले भी सिंचाई विभाग के आला अधिकारियों को नहर का दौरा कराकर किसानों की समस्या से अवगत करा चुके हैं। विभाग ने अस्थायी मरम्मत की, लेकिन बजट न मिलने के कारण स्थायी समाधान नहीं हो सका। उन्होंने विभाग से अपील की है कि नहर की पूरी मरम्मत हेतु शीघ्र पूरा प्रस्ताव शासन को भेजा जाए ताकि किसानों को सिंचाई में किसी भी प्रकार की कमी न हो। सिंचाई विभाग ने भी जल्द प्रस्ताव भेजने का आश्वासन दिया है, लेकिन बरसात की वजह से कार्य में देरी हो रही है।
किसान संगठन और स्थानीय ग्रामीण जिला प्रशासन से भी हस्तक्षेप की मांग कर रहे हैं ताकि सैकड़ों किसान परिवारों को राहत मिल सके। यदि समय रहते नहर की मरम्मत नहीं हुई, तो आगामी रबी फसलों को भारी नुकसान हो सकता है। स्थानीय लोग उम्मीद कर रहे हैं कि शासन स्तर पर जल्द कार्रवाई करके इस नहर को पुनर्जीवित किया जाएगा।















