Uncategorized
भाकपा(माले) कार्यकर्ताओं ने आंबेडकर जयंती के अवसर पर डॉ भीमराव अंबेडकर की मूर्ति पर माल्यार्पण करते हुए संविधान बचाने का किया आव्हान,,
, रुद्रपुर
भाकपा(माले) कार्यकर्ताओं ने आंबेडकर जयंती के अवसर पर डॉ भीमराव अंबेडकर की मूर्ति पर माल्यार्पण करते हुए संविधान बचाने का आव्हान किया।
इस दौरान भाकपा(माले) जिला सचिव ललित मटियाली ने कहा कि आज के दौर में अम्बेडकर को याद करने का सीधा मतलब है कि उनके द्वारा स्थापित विचारों और संविधान की रक्षा करना। आज सत्ता में ऐसी सरकार बैठी है जो अंबेडकर के स्वतंत्रता समता और भाईचारे के विचारों के उलट इस देश में असमानता नफरत और तानाशाही को स्थापित करने में लगी है। अंबेडकर द्वारा लिखे गए संविधान में कमजोर तबके के वर्गों, दलितों,अल्पसंख्यकों, महिलाओं और मेहनतकश मजदूर–किसान को आर्थिक और सामाजिक रूप से समृद्ध करने को महत्व दिया गया है। परंतु सरकार ऐसे कानून और नीतियां बना रही है जिससे कमजोर वर्ग को ताकतवर लोगों का गुलाम बना दिया जाएगा।
एडवोकेट अमनदीप कौर ने कहा कि सरकार रोज संविधान पर हमले कर रही है लेकिन अंबेडकर का नाम चालाकी से सबसे ज्यादा वर्तमान सरकार ही ले रही है। अंबेडकर का नाम लेकर अंबेडकर के विचारों का ही गला घोटा जा रहा है। उत्तराखंड में जिस सामान नागरिक संहिता को सरकार ने बनाया है वही संविधान विरोधी कानून का सबसे ताजा उदाहरण है। देश में रोज अल्पसंख्यकों, दलित, मजदूर, किसानों पर हमले बढ़ रहे हैं। ऐसे में आज अंबेडकर जयंती के दिन संविधान बचाने का संकल्प हम सबको लेना होगा और यह कमजोर तबकों के मजबुत जन आंदोलन और सड़क की लड़ाइयों से ही संभव है।
इस दौरान ज्ञानी सुरेन सिंह, अनिता अन्ना, रंजन विश्वास, प्रीति , विजय शर्मा आदि मौजूद थे।
