उत्तराखण्ड
बच्चों की शिक्षा के प्रति बेहद संजीदा जिलाधिकारी अनुराधा पाल ने जनपद के विद्यालयों की दशा व दिशा के साथ ही गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने का उठाया बीडा।,,
बागेश्वर
बच्चों की शिक्षा के प्रति बेहद संजीदा जिलाधिकारी अनुराधा पाल ने जनपद के विद्यालयों की दशा व दिशा के साथ ही गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने का उठाया बीडा। उन्होंने कहा स्कूलों में ढांचागत विकास के साथ ही अच्छे उपकरण, उचित शैक्षणिक माहौल व गुणवत्तापूर्ण शिक्षा हो तो निश्चित ही छात्र संख्या भी बढेगी। उन्होंने कहा जनपद में 05 विद्यालय पीएम श्री योजना व 06 विद्यालय जनपद स्तर से मार्डल विद्यालय बनाए जाएंगे। उन्होंने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपने खंड के अधिक छात्र संख्या वाले दो-दो विद्यालयों को चयनित कर उनमें और क्या सुविधायें व संसाधन जुटायें जा सकते है, का प्रस्ताव प्रस्तुत करें, ताकि उन्हें मार्डल स्कूल के रूप मंय विकसित किया जा सके।
जिलाधिकारी ने शिक्षा विभाग के निर्माण कार्यो की समीक्षा करते हुए कहा कि स्कूलों का ढांचागत विकास के साथ ही शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार कर उन्हें मार्डल स्कूल के रूप में विकसित किए जाए, ताकि बच्चों को विद्यालयों में अच्छा शैक्षणिक माहौल मिले व छात्र संख्या में भी बढोत्तरी हो। उन्होंने खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए कि वर्षा से क्षति होने वाले विद्यालयों को प्राथमिकता के आधार पर मिशन मोड में टेकअप कर लें, ताकि क्षति का आकलन समय से किया जा सके। उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा के अनुरूप विद्यालयों में क्वालिटी एजुकेशन देने के लिए जिला योजना से विधानसभा बागेश्वर व कपकोट के लिए 16-16 विद्यालयों को स्मार्ट क्लासेज के लिए चयनित किया गया था, जिनमें स्मार्ट क्सासेज स्थापित कर प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है। वहीं बाला योजना व खनिज न्यास से भी प्राथमिक विद्यालयों व आंगनबाडी केंद्रों में संसाधन जुटायें गयें है, 05 विद्यालयों में एस्ट्रोनॉमी कक्षायें भी संचालित की गयी है।
जिलाधिकारी ने कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाने व स्कूलों में ढांचागत विकास के लिए जनपद के राइंका बागेश्वर, राइंका काण्डा, राइंका अमस्यारी, राइंका कपकोट व राजकीय मार्डल प्राथमिक विद्यालय कपकोट कुल 05 विद्यालयों का भारत सरकार की पीएम श्री योजना में चयन किया गया है, जनपद स्तर से भी प्रत्येक विकास खंड में दो-दो विद्यालय कुल 06 विद्यालयों को मार्डल विद्यालय बनाया जायेगा। गत वित्तीय वर्ष में 64 प्राथमिक विद्यालयों की आपदा मद से मरम्मत करायी गयी, साथ ही 32 विद्यालयों में शौचालय निर्माण कराया गया वहीं 15 प्राथमिक विद्यालयों के साथ ही केंद्रीय विद्यालय बागेश्वर में वृहद निर्माण कार्य एवं पुर्ननिर्माण कार्य भी करायें गयें, जो पूर्ण हो चुके है।
मुख्य शिक्षा अधिकारी जीएस सौन ने बताया कि राज्य/एससीएसपी/नाबार्ड योजना अंतर्गत राइंका वज्यूला भवन निर्माण, राइंका सानीउडियार के मुख्य भवन का सुदृढीकरण एवं चाहरदिवारी निर्माण व राइंका कपकोट भवन निर्माण कार्य प्रगति पर है, जबकि राइंका कन्यालीकोट में तीन अतिरिक्त कक्षा-कक्ष, राइंका सानीउडियार में अतिरिक्त तीन कक्षा-कक्ष निर्माण, राइंका अमस्यारी में तीन अतिरिक्त कक्षा-कक्ष निर्माण, राउमावि जगथाना में दो अतिरिक्त कक्षा-कक्ष निर्माण, रांइका बदियाकोट में दो अतिरिक्त कक्षा-कक्ष निर्माण व राइंका स्याकोट में तीन प्रयोगशाला कक्षों का निर्माण हेतु मार्च अंतिम सप्ताह में धनराशि प्राप्त हुर्इ, कार्यदायी संस्था ग्रामीण निर्माण विभाग द्वारा टैण्डर प्रक्रिया की जा रही है। उन्होंने बताया कि माध्यमिक शिक्षा के अंतर्गत जिला योजना में केंद्रीय विद्यालय फरसाली में अस्थार्इ फर्श का निर्माण कार्य प्रगति पर है, जबकि जिला योजना के अंतर्गत ही राइंका कपकोट में स्मार्ट क्लास का निर्माण, राजीव नवोदय विद्यालय बहुली में दो अतिरिक्त कक्षा-कक्ष निर्माण व शौचालय निर्माण कार्य, राइंका मंडलसेरा में निर्माणाधीन भवनों से प्रभावित होने वाले वृक्षों का विदोहन व राइंका बागेश्वर में स्मार्ट क्लास की स्थापना कार्य पूर्ण कर दिया गया है।
बैठक में मुख्य शिक्षा अधिकारी जीएस सौन, खंड शिक्षा अधिकारी चक्षुपति अवस्थी, कमलेश्वरी मेहता, अधि0अभि0 ग्रामीण निर्माण विभाग रमेश चन्द्रा, लघु सिंचार्इ विमल सुन्ठा, सहायक अभियंता सुनील दताल सहित प्रधानाचार्य मौजूद थे।