उत्तराखण्ड
अधिकारियों की कार्यशैली से नाराज़ अधिवक्ताओं ने लोक अदालत में सहयोग से किया इनकार,,
न्यायिक गरिमा के हनन पर जताया विरोध, जिला जज को भेजा पत्र।
नैनीताल। राष्ट्रीय लोक अदालत में अधिकारियों की कार्यशैली से आक्रोशित अधिवक्ताओं ने आगामी 10 मई, मंगलवार को आयोजित होने वाली लोक अदालत में सहयोग न करने का निर्णय लिया है। जिला बार एसोसिएशन ने इस बाबत जिला जज एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष को पत्र भेजकर अपने विरोध की जानकारी दी है पत्र में अधिवक्ताओं ने आरोप लगाया है कि लोक अदालत में परिवहन, बैंक और अन्य विभागों से आए अधिकारियों द्वारा मुख्य वादों की सुनवाई की जा रही है इस दौरान कई मामलों में अधिवक्ताओं के साथ अभद्रता और उपेक्षापूर्ण व्यवहार किया गया, जिससे अदालत का माहौल तनावपूर्ण हो गया।
बार एसोसिएशन का कहना है कि न्यायिक अधिकारियों की भूमिका लोक अदालतों में सीमित होती जा रही है जिससे अधिवक्ताओं की गरिमा प्रभावित हो रही है और उनका मनोबल टूट रहा है इसी कारण अधिवक्ताओं ने लोक अदालत में सहयोग न करने का निर्णय लिया है वही बार एसोसिएशन के अध्यक्ष भगवत प्रसाद ने कहा कि अधिवक्ताओं की गरिमा से किसी भी प्रकार का समझौता नहीं किया जाएगा वही एसोसिएशन के सचिव दीपक रुवाली ने कहा कि सभी अधिवक्ता इस मामले में एकजुट हैं और प्रशासन को इस पर गंभीरता से विचार करना होगा इस मौके पर उपाध्यक्ष शंकर चौहान, उपसचिव दीपक दत्त पांडेय, कार्यकारिणी सदस्य प्रीति साह, तारा आर्या गौरव कुमार, शशांक कुमार समेत अन्य अधिवक्ता उपस्थित रहे।
