उत्तराखण्ड
परिवहन निगम के खिलाफ तीनों यूनियन ने बनाया सयुंक्त मोर्चा, सयुंक्त मोर्चा ने किया ऐलान कि दिनाँक 22/10/24 से लेकर 24/10/2024 मध्य रात्रि तक किया जायेगा कार्य बहिष्कार -,,अशोक चौधरी
कुलदीप सिंह ललकार देहरादून
देहरादून. देहरादून के प्रेस क्लब में पत्रकार वार्ता कर उत्तराखंड परिवहन निगम कि तीनों यूनियन ने उत्तराखंड परिवहन निगम कर्मचारी सयुंक्त मोर्चा के तहेत ऐकी कृत होकर दिनाँक 22/10/24 से लेकर दिनाँक 24/10/2024 कि मध्य रात्रि तक कार्य बहिष्कार का ऐलान किया सयोंजक अशोक चौधरी ने कहाँ कि इस बार आर पार कि लड़ाई के लिये विवश होना पड़ रहा है, ना तो उत्तराखंड में परिवहन निगम, आर टी ओ, ना पुलिस विभाग डागांमारी को रोकने के लिये कोहि कदम उठा रहा है, अपितु कहीं ना कहीं इन विभागों द्वारा डागांमारी को प्रोत्साहित किया जा रहा है, और रोडवेज कि आय को प्रभावित किया जा रहा है वहीँ परिवहन निगम के अस्तित्व को ख़तम करने के लिये बहुत बड़ी साजिश कि जा रही है, उत्तराखंड शाशन कि अधिसूचना संख्या 265 दिनाँक 27 मार्च 2023 राष्ट्रीय कृत अधिसूचित 14 मार्गो पर निजि बस संचालको को प्रमीट जारी करने कि अधिसूचना जारी कि गईं ये सब परिवहन निगम के अस्तित्व पर प्रहार है, और पुरजोर तरीके से यूनियन इसका प्रति कार करती है वहीँ लगातार 10 वर्षों से परिवहन निगम में कार्यरत कर्मचारीयों को नियमितीकरण नहीं किया जा रहा है वहीँ नियमित कर्मचारियों कि संख्या उनकी सेवा निर्वति के बाद नये कर्मचारियों कि भर्ती ना करने से कर्मचारी दिन ब दिन काम होते जा रहें है वहीँ कुछ लोगों को इक दो बार मृतक कोटे से नौकरी प्राप्त हुई ऐसा लगता है कि सरकार उत्तराखंड परिवहन निगम के प्रति गंभीर नहीं है वहीँ निजि वाहनों को बड़ावा देने से ना केवल जनता का शोषण हो रहा है क्यों कि निजि संचालक बस मनमाना किरया वसूल कर जनता का शोषण तो कर ही रहें है, अपितु ना तो राज्य सरकार को इनसे किसी प्रकार का टैक्स प्राप्त हो रहा है, अपितु परिवहन निगम कि आय प्रभावित हो रही है, जबकि उत्तराखंड परिवहन निगम हर साल तक़रीबन 200 करोड़ केवल सरकार को टैक्स के रूप में देता है, यूनियन को विवश होकर आंदोलन के लिये विवश होना पड़ रहा है इस अवसर पर दिनेश पंत, राम किसन, पंकज जौहर, रविनंदन कुमार आदि मौजूद रहें