उत्तराखण्ड
प्रगतिशील भोजनमाता संगठन उत्तराखंड द्वारा उत्तराखंड के 25 वर्ष होने पर आज बुद्ध पार्क में प्रतिरोध सभा की गई।,
हल्द्वानी,,प्रतिरोध सभा में हल्द्वानी की ब्लॉक अध्यक्ष पुष्पा कुड़ाई ने कहा की उत्तराखंड को बने 25 वर्ष हो गए हैं हम भोजनमाता शुरुआत में ढाई सौ रुपए से कम पर लगी थी और इतने साल बाद भी मात्र हमारी ₹3000 का मानदेय है और यह भी हमारे संघर्षों के परिणाम स्वरुप हुआ। सरकार हमारी समस्याओं को नजरअंदाज कर रही है।
कार्यकारिणी सदस्य हेमा तिवारी ने कहा की उत्तराखंड सरकार प्रचार में करोड़ों रुपए खर्च कर रही है लेकिन भोजनमाता को देने के लिए उनके पास पैसा नहीं है। सरकार को इस पर गंभीरता से सोचना चाहिए कि हम उनके वोटर हैं और अपने वोटरों का ध्यान दिया जाना चाहिए। कार्यकारिणी सदस्य चंपा गिनवाल ने कहा कि भोजनमाता की समस्या विकराल है जिनको गिनना बहुत कठिन है। हमें कभी भी बच्चे कम होने पर स्कूल से निकाल दिया जाता है। हमसे अतिरिक्त काम कराया जाता है। जिसका कोई पैसा नहीं मिलता उसके अलावा कई स्कूलों में गैस की जगह लकड़ी के चूल्हे में खाना बनाया जाता है। जबकि सरकार द्वारा उज्जवला गैस योजना की सफलता के गुणगान गए जाते हैं और खुद सरकार के सरकारी स्कूलों में अभी तक लकड़ी के चूल्हे में खाना बनाया जा रहा है।
भावना ने कहा की सरकार को हमारी समस्याओं का निदान करना चाहिए अन्यथा हम हड़ताल पर जाने को मजबूर होंगे।
दीपा उप्रेती ने कहा की भोजनमाता द्वारा मुख्यमंत्री जी को तमाम ज्ञापन दिए गए। जिससे हमारी समस्या हल हो लेकिन मुख्यमंत्री जी हमारी समस्याओं पर गौर नहीं कर रहे अगर हमारी समस्या हल नहीं होती है तो हम हड़ताल पर जाने को विवश होंगे और जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी।
सभा में भावना, चंद्रा, शांति देवी, निगहत, मंजू देवी आदि शामिल रहे।

























