उत्तराखण्ड
जायडस कॉन्ट्रैक्ट वर्कर यूनियन ने सितारगंज मंडी में आम सभा की और कंपनी मालिक द्वारा मजदूरों को न्याय न देने के खिलाफ सभी मजदूरों ने हाइकोर्ट जाने का निर्णय किया,
, सितारगंज ,,जायडस कॉन्ट्रैक्ट वर्कर यूनियन नेता अनीता अन्ना ने कहा उत्तराखंड की भाजपा सरकार पूरी तरह से कॉर्पोरेट परस्त हो चुकी है। श्रमिकों का हक दिलाने के लिए बना श्रम विभाग भी मजदूरों को सरकार पूंजीपतियों के गठजोड़ के दबाव में न्याय नहीं दिला पा रहा है। ज़ाइडस वैलनेस कंपनी का मालिक कंपनी को गैर कानूनी तरीके से बंद करके जा चुका है जबकि 30/11/2022 को कंपनी की बंदी अवैध घोषित हो गई थी लेकिन सरकार व श्रम विभाग अभी भी उसके दवाब में काम कर रहे हैं और मजदूरों को मिलने वाले लाभ से वंचित कर रहे हैं।जायड्स वैलनेस कंपनी द्वारा इलेक्ट्रोल बॉन्ड से भाजपा को दिए 18 करोड़ के चंदे के एवज में भाजपा सरकार अवैधानिक बंदी के कारण पीड़ित 1050 मजदूरों को न्याय नहीं दिला पा रही है।
जबकि जायड्स मजदूर पहले ही हाईकोर्ट जा चुके थे जिसके चलते माननीय हाइकोर्ट के निर्देश के दवाब में सिर्फ कुछ ही श्रमिकों को ग्रेच्युटी का लाभ श्रम विभाग दिला पायी, ये जायड्स कॉन्ट्रैक्ट वर्कर यूनियन व श्रमिकों की पहली जीत हुई। परन्तु सभी श्रमिकों को मिलने वाले अवैध बंदी के मुआवजे पर श्रम विभाग न्याय दिलाने में असफल रहा। जिसके चलते जायड्स कॉन्ट्रैक्ट वर्कर यूनियन श्रमिकों ने एकजुट होकर हाइकोर्ट जाने का निर्णय लिया। इस दौरान अनिता अन्ना, नरेंद्र सिंह ,सूरज भंडारी ,आशिक अंसारी, राजवीर,नारायण देवनाथ ,छत्रपाल प्रद्युम्न ,मनोज रस्तोगी लक्ष्मण सिंह ,लाल मनोहर, कन्हैयालाल ,पारस ,हरदीप सिंह ,विनोद सिंह ,सुरेंद्र कुमार ,अशर्फीलाल ,धर्मानंद जोशी ,अजीत सिंह ,सूरज भारती ,भजनलाल ,राज किशोर ,श्याम सुंदर ,नंद किशोर ,उषा, अनीता देवी ,रेशमा अहमद ,खीमा पन्त,जफर ,हेमराज ,नरेश राम, हरिओम भारती ,राजकिशोर ,प्रताप सिंह ,दीपक वर्मा ,रामपाल आदि मौजूद रहे।