उत्तराखण्ड
झीलों के निर्माण से ग्राम पंचायत झलतोला पर्यटन की दृष्टि से लोकप्रिय बन रहा है।
पिथौरागढ़
सरोवर का नाम ग्राम पंचायत- डेसुली में मिनी झील/ बर्षाती तालाब निर्माण – झलतोला। आजादी का अमृत महोत्सव के अन्तर्गत अमृत सरोवर योजना का शुभारंभ देश के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा किया गया। इस योजना का उद्देश्य लगातार गिरते भूजल स्तर को संतुलित बनाए रखना है ताकि गर्मियों में भूजल स्तर की कमी को दूर किया जा सके।
इसी को साकार करते हुए ग्राम प्रधान श्रीमती ममता बोरा ने जनपद पिथौरागढ़ के विकास खण्ड गंगोलीहाट की ग्राम पंचायत झलतोला में डेसुली में मिनी झील/ बर्षाती तालाब नाम से एक सरोवर बनाया गया है, जिसकी लम्बाई 88 मी0, चौड़ाई 25 मी0 तथा गहराई 1.50 मी0 है। सरोवर 0.54 एकड़ में बनाया गया है। सरोवर की जल संग्रहण क्षमता 3300 क्यूबिक मी0 है। सरोवर निर्माण में अमृत सरोवर के दिशा निर्देशों का पालन किया गया है।
बता दे की ग्राम पंचायत झलतोला की ऊंचाई समुद्र तल से लगभग 1871 मीटर है जहां मनरेगा योजना से अमृत सरोवर का निर्माण किया है। अमृत सरोवर का मुख्य उद्देश्य भूजल और पारंपरिक जल निकायों को रिचार्ज करना है। झलतोला क्षेत्र में दूसरी बड़ी झील बनने से क्षेत्र का पर्यटन की दृष्टि से भी विकास हो रहा है। अमृत सरोवर से स्थानीय ग्रामीणों, सिंचाई सुविधाओं, मवेशियों और जंगली जानवरों के लिए पानी के स्रोतों में लगातार वृद्धि हो रही है।
ग्राम प्रधान श्रीमती ममता बोरा ने बताया कि अमृत सरोवर का मुख्य उद्देश्य भूजल को रिचार्ज करना।
प्राकृतिक जलस्रोतों के घटते जल स्तर को बढ़ाना |
पर्यटन को बढ़ावा देना इसी उद्देश्य से अमृत सरोवर का निर्माण किया गया, वर्तमान में पूर्ण रूप से पानी से भरा है। जिस क्षेत्र में पानी के प्राकृतिक संसाधनों में वृद्धि हो रही है। जिससे लगभग 50 प्राकृतिक जल श्रोतों के जल स्तर में वृद्धि हो रही है।