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उत्तराखण्ड

गौला तटबंध के मामले में अपर जिलाधिकारी, प्रभागीय वनाधिकारी तराई पूर्वी व उपजिलाधिकारी हल्द्वानी से मिले माले नेता

• गौला तटबंध के मामले में अपर जिलाधिकारी, प्रभागीय वनाधिकारी तराई पूर्वी व उपजिलाधिकारी हल्द्वानी से मिले माले नेता

भाकपा (माले) द्वारा जिलाधिकारी नैनीताल कैम्प कार्यालय हल्द्वानी में बिन्दुखत्ता क्षेत्र में गौला नदी के बहाव को आबादी की ओर से हटाने की मांग हेतु अपरजिलाधिकारी महोदय को ज्ञापन सौंपा गया। इसके अतिरिक्त प्रभागीय वनाधिकारी तराई पूर्वी और उपजिलाधिकारी हल्द्वानी को भी उक्त विषय पर ज्ञापन दिया गया।

ज्ञापन में कहा गया कि 17-19 अक्टूबर 2021 को हुयी भारी बारिश के कारण उफनाई
गौला नदी ने बिन्दुखत्ता क्षेत्र में काफी तबाही मचाई थी। उफनाई हुई गौला नदी ने बिन्दुखत्ता के
इन्द्रानगर, रावतनगर, खुरियाखत्ता क्षेत्र में आबादी की ओर रूख किया और एकड़ों जमीन गौला
नदी में समा गई। सबसे ज्यादा नुकसान इन्द्रानगर क्षेत्र में होने के कारण प्रशासन ने इन्द्रानगर
क्षेत्र में पानी के बहाव को आबादी से हटाने के लिए जेसीबी मशीनें लगाई थी। रावतनगर
क्षेत्र में भी गौला नदी ने बहुत बड़े क्षेत्र का कटान किया लेकिन क्षेत्रवासियों द्वारा बार-बार मांग करने पर भी गौला नदी का रूख मोड़ने की कोई कार्यवाही
प्रशासन की ओर से नहीं की गई। रावतनगर (शिशमाणी) क्षेत्र में भी दर्जनों ग्रामीणों की जमीन
गौला में समा गई थी। इस क्षेत्र में गौला नदी में हमेशा पानी रहता है और धीरे-धीरे ग्रामीणों की जमीन को काट रहा है। यदि एक भारी बारिश और आती है तो गौला नदी का पानी कुछ घरों को भी लील सकता है।

माले के वरिष्ठ नेता और लालकुआं विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी बहादुर सिंह जंगी ने मांग की कि, “गौला नदी ने किसानों की कई एकड़ कृषि भूमि को काट दिया है। लेकिन शासन प्रशासन बारिश के कुछ दिनों में सक्रियता दिखाने की औपचारिकता पूरी करने के अलावा कुछ नहीं करता है, यह सोचनीय है। गौला के बहाव ने जिस क्षेत्र में भी आबादी की ओर रूख किया है उन क्षेत्रों में निरीक्षण करके इन्द्रानगर की तरह पानी के बहाव को आबादी की ओर
से हटाया जाए और बरसात का इंतजार करने के बजाय अविलंब तौर पर पक्के तटबंध बनाये जाना सुनिश्चित किया जाय।”

इसके साथ ही बौड़ खत्ता, खमारी खत्ता, टीला खत्ता के वन गुर्जरों को सोलर लाइट, कोटाबाग और रामनगर ब्लॉकों के खत्तावासियों के परिवार रजिस्टर बनाए जाने को लेकर भी पृथक ज्ञापन दिये गए। जंगी ने अफसोस जताते हुए कहा कि, “एक ओर सरकार आज़ादी की पिचहत्तर साल मना रही है दूसरी ओर वन खत्तावासियों के नाम अभी तक परिवार रजिस्टर में भी दर्ज नहीं किये जा रहे हैं जो कि अफसोसजनक है। तत्काल खत्तावासियों को नजदीकी गाँव के परिवार रजिस्टर से जोड़ा जाय।”

अपर जिलाधिकारी, प्रभागीय वनाधिकारी तराई पूर्वी व उपजिलाधिकारी हल्द्वानी को ज्ञापन देने वालों में बहादुर सिंह जंगी के अतिरिक्त माले जिला सचिव डॉ कैलाश, गुलाम मुस्तफा, याकूब, इरशाद, बशीर, फिरोजुद्दीन, अब्दुल रहमान आदि शामिल रहे। अधिकारियों ने समस्याओं के जल्द समाधान का आश्वासन दिया।


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