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आयुष विभाग पिथौरागढ़ की अनूठी पहल – “सीड बेस्ड राखियाँ” वितरित कर प्रकृति संरक्षण का संदेश
पिथौरागढ़ में पर्यावरण-संवेदनशीलता को प्रोत्साहित करने हेतु एक अभिनव पहल के अंतर्गत आयुष विभाग पिथौरागढ़ द्वारा “सीड बेस्ड राखियों” का विशेष वितरण कार्यक्रम स्टेफोर्ड पब्लिक स्कूल पिथौरागढ़ में आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता नगर मेयर श्रीमती कल्पना देवलाल ने की।,
इस पहल के तहत विद्यार्थियों को विशेष राखियाँ वितरित की गईं जिनमें वनस्पति बीज संलग्न थे। इन बीजों को राखी के बाद रोपकर विद्यार्थी न केवल पर्यावरण से जुड़ाव को महसूस करेंगे, बल्कि वृक्षारोपण के माध्यम से जीवन में हरियाली भी बढ़ा सकेंगे।
मेयर कल्पना देवलाल ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा,
“प्रकृति और मनुष्य के बीच एक अटूट रिश्ता है जिसे समझना और संजोना हमारी जिम्मेदारी है। सीड बेस्ड राखियों के माध्यम से यह संदेश फैलाना अत्यंत सराहनीय पहल है।”
जिला आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डॉ. चंद्रकला भैसोड़ा ने कहा कि
“प्रकृति संरक्षण का तात्पर्य जल, वायु, मृदा, वन व जीव-जंतुओं की सुरक्षा से है। मानव जीवन की गुणवत्ता इन्हीं पर निर्भर करती है। वर्तमान में पर्यावरणीय असंतुलन अनेक बीमारियों का कारण बन रहा है, जिसे रोकने के लिए ऐसे जन-जागरूकता कार्यक्रम अत्यंत उपयोगी हैं।”
डॉ. उषा बृजवासी ने आयुर्वेद और भारतीय दर्शन में वर्णित पंचमहाभूतों – पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु और आकाश – तथा इनके संतुलन के महत्व पर प्रकाश डाला और बताया कि
“वात, पित्त और कफ जैसे आयुर्वेदिक सिद्धांत प्राकृतिक संतुलन से ही प्रेरित हैं। यदि हम प्रकृति के साथ तालमेल बनाकर जीवन जिएं तो शरीर और मन दोनों स्वस्थ रह सकते हैं।”
इस प्रेरणादायक कार्यक्रम में वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. बी.पी. जोशी, स्टेफोर्ड पब्लिक स्कूल के शिक्षकगण, छात्र-छात्राएं व आयुष विभाग के अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।
इस पहल के माध्यम से बच्चों में जिम्मेदारी का बीज बोया गया है, जो आने वाले वर्षों में एक हरा-भरा और संतुलित भविष्य सुनिश्चित कर सकता है।





