उत्तराखण्ड
केन्द्रीय पर्यटन एवं राज्य रक्षा मंत्री अजय भट्ट ने आज कलक्टेªट सभागार में सम्बन्धित अधिकारियों के साथ जनपद में अतिवृष्टि के दौरान हुये नुकसान व किये जा रहे राहत कार्यो की समीक्षा बैठक ली।
RS. Gill
Reporter
रुद्रपुर 23 अक्टूबर, 2021- केन्द्रीय पर्यटन एवं राज्य रक्षा मंत्री अजय भट्ट ने आज कलक्टेªट सभागार में सम्बन्धित अधिकारियों के साथ जनपद में अतिवृष्टि के दौरान हुये नुकसान व किये जा रहे राहत कार्यो की समीक्षा बैठक ली। उन्होने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिये कि अतिवृष्टि के कारण जो लोग प्रभावित हुये है उन्हे आपदा अधिनियम के तहत अहेतुक राशि एवं अन्य क्षति के मुआवजो को तत्काल प्रभाव रूप से देना सुनिश्चित करे। उन्होने कहा कि सरकार लोगों के साथ हर समय खड़ी है। उन्होने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिये कि जनपद में अतिवृष्टि से जो भी क्षति हुयी है उनका युद्ध स्तर पर सर्वे करना सुनिश्चित करें। उन्होने कहा कि धनराशि की कोई कमी नही है जिला प्रशासन अपने स्तर से जिस भी तरह से लोगों की मदद की जा सकती है उस प्लानिंग के साथ कार्य करें। उन्होने कहा कि जिलाधिकारी के नेतृत्व में जनपद में जो राहत कार्य चलाया जा रहा है वह एक प्रशंसनीय है लेकिन इससे भी अधिक और करने की जरूरत है। उन्होने कहा कि जिस सभी अधिकारी/कर्मचारी, जनप्रतिनिधि, स्वंयसेवी संस्था आदि लगातार लोगों की मदद कर रहे है वह सराहनीय कार्य है। उन्होने कहा कि सरकार संकल्पवद्ध है कि कोई भी व्यक्ति भूखा न रहे। उन्होने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिये कि जिन अधिकारियों को जो दायित्व दिये गये है वे उन दायित्वों को भलिभांति निर्वहन करें, क्योकि यह एक दैवीय आपदा है। इसमे हम सबकों मिल कर एक दूसरे का सहयोग करना चाहिये। उन्होने कहा कि आपदा के दौरान जिन लोगों के विद्युत मीटर क्षतिग्रस्त हुये है उनका निःशुल्क मीटर लगाये जायेगें। उन्होने कहा कि सरकार निर्धारित राशि को बढाने पर विचार कर रही है, जिसका शीघ्र समाधान निकालते हुये अहेतुक राशि प्रभावित लोगों को दी जायेगी। उन्होने कहा कि जिन लोगों को उक्त राशि दे दी गयी है उन्हे भी बढ़ी हुई राशि दी जायेगी। उन्होने एनएचएआई, एनएच व लोनिवि के अधिकारियों को निर्देश दिये कि जो मार्ग आपदा से क्षतिग्रस्त हुये है तत्काल प्राथमिकता के आधार पर ठीक करना सुनिश्चित करें। उन्होने जल निगम, जल संस्थान, पेयजल निगम के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे अतिवृष्टि के दौरान जो भी क्षतिग्रस्त हुऐं है उन्हे तत्काल रूप से स्वच्छ जल पहुंचाना सुनिश्चित करें। उन्होने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिये है कि भविष्य में इस प्रकार की अतिवृष्टि होती है उससे क्षेत्र को बचाने हेतु योजना बनाते हुए शीघ्र प्रस्तुत करें। उन्होने सम्बन्धित उपजिलाधिकारियों को निर्देश दिये है कि अपने नगर निकायों से समन्वय बनाते हुए निरन्तर क्षेत्र में कीटनाशक दवाईयों का छिड़काव एवं फाॅगिंग करते रहे व जिन स्थानों पर अतिवृष्टि व जलभराव के कारण जो मलबा एकत्रित हो गया है उसे गम्भीरता से लेते हुए साफ-सफाई का कार्य करना सुनिश्चित करें ताकि जल जनित रोगों से आम जनता को बचाया जा सके। उन्होने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिये है कि अपने स्तर से सभी अधीनस्थों को निर्देश करना सुनिश्चित करें कि क्षेत्र में जलभराव से प्रभावित लोंगो को स्वास्थ्य सम्बन्धी सेवा बेहतर ढंग से दिया जाये।
इस अवसर पर विधायक राजकुमार ठुकराल, हरभजन सिंह चीमा, मेयर रामपाल सिंह, अध्यक्ष वन विकास निगम सुरेश परिहार, जिलाध्यक्ष शिव अरोरा, जिलाधिकारी श्रीमति रंजना राजगुरू, मुख्य विकास अधिकारी आशीष भटगांई, अपर जिलाधिकारी डाॅ0 ललित नारायण मिश्र, जय भारत सिंह, एएसपी ममता बोरा, आरएफसी हरवीर सिंह, पीडी हिमांशु जोशी, एमएनए विशाल मिश्रा, मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ0 डीएस पंचपाल, मुख्य शिक्षा अधिकारी आरसी आर्या, जिला विकास अधिकारी डाॅ0 महेश कुमार, डीएसटीओ ललित चन्द्र आर्या, जिला उद्यान अधिकारी एचसी तिवारी, जिला महामंत्री भाजपा विवेक सक्सेना, ललित मिगलानी, विकास शर्मा, उत्तम दत्ता, विपिन जल्हौत्रा आदि उपस्थित थे।