उत्तराखण्ड
तुलसी गंभीर बीमारियों के इलाज में कारगर,,डॉ हृदयेश कुमार
हिन्दू धर्म में पूजी जाने वाली तुलसी गंभीर बीमारियों के इलाज में कारगर अखिल भारतीय मानव कल्याण ट्रस्ट के संस्थापक
डॉ हृदयेश कुमार ने बताया कि तुलसी को हिन्दू धर्म में पूजा जाता है सिर्फ पौधे के रूप में नहीं बल्कि घर में भगवान के रूप में माना जाता है. इसके घर में होने से सकारात्मक ऊर्जा के साथ-साथ यह कई बीमारियों से लड़ने में भी मदद करती है.
घरों के आंगन और छतों पर मिलने वाली तुलसी हिंदू मान्यताओं के अनुसार पूजनीय होती है। लेकिन तुलसी सिर्फ एक पौधा ही नहीं है बल्कि इसका इस्तेमाल जड़ी-बूटी के तौर पर किया जाता है। तुलसी में बहुत रोगों से लड़ने की क्षमता होती है इसलिए इसे ‘क्वीन ऑफ हर्ब्स’ कहा जाता है। इस समय पूरी दुनिया में कोरोनावायरस फैला हुआ है तो उसको देखते हुए सभी लोग अपने-अपने स्तर पर इससे बचनेे के लिए प्रयास कर रहे हैं। लेकिन मेडिकल साइंस की मानें तो अगर किसी व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता अधिक होगी, तो उसे किसी भी वायरस से लड़ने में मदद मिलेगी।
तुलसी से बढ़ती है रोग प्रतिरोधक क्षमता
तुलसी के बीजों में फ्लैवोनोइड्स और फेनोलिक शामिल होते हैं जो कि मानव के शरीर में प्रतिरक्षा प्रणाली को सुधारते हैं। तुलसी एंटी-ऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होती है जो कि शरीर में फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाती है। अगर आप इसकी पत्तियां चबाते हैं या फिर इससे हर्बल-टी बनाकर पीते हैं तो उससे शरीर को लाभ होता है। अगर किसी भी इंसान का इम्युनिटी सिस्टम स्ट्रॉन्ग है तो उसे बीमारियां कम लगती हैं और वह उनका मुकाबला कर लेता है।
जुकाम और सर्दी में दे राहत
वैसे तो सर्दी जुकाम बहुत आम बीमारी है, लेकिन इससे लोगों को अक्सर काफी परेशानी हो जाती है। तुलसी इंसान को सर्दी और जुकाम में भी राहत प्रदान करने का काम करती है। एंटीस्पास्मोडिक प्रभाव वाली तुलसी सर्दी और जुकाम से परेशान लोगों की मदद करती है। वहीं इसके सेवन से बुखार में भी राहत मिल सकती है।
पिंपल्स को करे खत्म
लड़कियों में पिंपल्स की बहुत ज्यादा परेशानी होती है और वह इससे अक्सर राहत चाहती हैं और कई तरह के उपाए करती रहती हैं। अगर आप भी पिंपल्स से परेशान हैं तो आप तुलसी के पत्तों और संतरे के छिलकों का पाउडर लें और उसमें गुलाब जल मिलाकर पेस्ट तैयार करें। इस पेस्ट को करीब 15 मिनट के लिए चेहरे लगा रहने दें और उसके बाद धो लें। इसके अलावा आप तुलसी के पत्तों का रस और चंदन पाउडर से पेस्ट बनाकर उसे भी चेहरे पर लगा सकती हैं। इस जिंदगी में कुछ लोग मानसिक परेशानियों से जूझ रहे होते हैं और उनमें स्ट्रेस रहने लगता है। कई बार जब दवाई से फायदा नहीं होता है तो कुछ घरेलू नुस्खे अपनाए जाते हैं। तुलसी के पत्तों में एंटी- स्ट्रेस एजेंट होते हैं जो कि इंसान के शरीर में मानसिक परेशानी और तनाव को ठीक करते हैं। इसी के साथ तुलसी के सेवन से स्ट्रेस की वजह से पैदा होने वाले नाकारात्मक विचारों से मुकाबले करने में भी मदद मिलती है।
कैंसर बहुत ज्यादा खतरनाक बीमारी है, लेकिन इसका इलाज भी आयुर्वेद में मौजूद है। हमारे घर में मौजूद तुलसी का पौधा इस बीमारी से लड़ने में मदद करता है। तुलसी में यूजेनॉल कंपाउंड पाया जाता है जो कि इंसान के शरीर में कैंसर से लड़ने में मददगार साबित होता है। कई रिसर्च में भी पाया गया है कि तुलसी कैंसर से लड़ने में मददगार रहती है। वहीं, जो लोग नियमित रूप से तुलसी का सेवन करते हैं तो उन्हें कैंसर होने की संभावना बहुत कम होती है।