उत्तराखण्ड
जलियांवाला बाग हत्याकांड के शहीदों की याद में दी श्रद्धांजलि,,
क्रांतिकारी लोक अधिकार संगठन, परिवर्तनकामी छात्र संगठन और प्रगतिशील महिला एकता केंद्र ने जलियांवाला बाग हत्याकांड के शहीदों की याद में बनभूलपुरा, हल्द्वानी में श्रद्धांजलि देकर सभा की।
इस दौरान चली सभा में वक्ताओं ने कहा कि 13 अप्रैल, 1919 को जलियांवाला बाग में रौलट एक्ट के विरोध में सभा कर रहे निहत्थे किसानों, मजदूरों मेहनतकशों पर जालिम अंग्रेज साम्राज्यवादियों ने जनरल डायर के नेतृत्व में गोलियों से एक हजार से अधिक लोगों को भून दिया। 120 से अधिक लाशें तो कुएं में पाई गई।
पूंजीवादी-साम्राज्यवादी शासकों का यह युद्ध भारत की मेहनतकश जनता के खिलाफ आज भी जारी है। जगह-जगह नये हत्याकांड रचे जा रहे हैं। महंगाई, बेरोजगारी जैसी समस्याएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। आज की सरकारें जनता को कुछ भी देने को तैयार नहीं हैं। उन को दी गई चीजें भी लगातार छीनी जा रही हैं। छात्र-नौजवानों, महिलाओं, मजदूरों, किसानो, नागरिकों पर लगातार हमले बढ़ रहे हैं और उनके नागरिक अधिकार कम किए जा रहे हैं, इसके विरोध में आज के शासकों से भी अपने अधिकारों के लिए आवाज उठाने की जरूरत है। जलियांवाला बाग हत्याकांड के शहीदों को याद करते हुए अपने अधिकार के लिए भी हमें जुल्म, अन्याय, उत्पीड़न के खिलाफ आवाज उठाने की सीख देती है।
कार्यक्रम में मुकेश भंडारी, रियासत अली, महेश चंद्र, मोहन मटियाली, रजनी जोशी, वासिद, हिमानी, अफसरी बेगम, काजल, रुखसार, शबनम सहित अनेकों लोग शामिल थे।मोहन मटियाली
क्रांतिकारी लोक अधिकार संगठन ,हल्द्वानी इकाई,,