उत्तराखण्ड
ढाबा स्वामी के अम्मनीय व्यवहार लेकर आज रोडवेज कर्मचारी महासंघ ने सहायक महाप्रबंधक को पत्र सौपा।
आज रोडवेज इंपोल्यार यूनियन के तत्वधान में सहायक महाप्रबंधक भवाली को एक पत्र प्रेषित किया है जिसमे देहरादून रोड पर अनुबंधित संगम ढाबे स्वामी द्वारा अभ्रद्र भाषा का इस्तेमाल किया जाता है जिसके परिपेक्ष में। आज रोडवेज कर्मचारी ने सहायक महाप्रबंधक भावली को एक पत्र प्रेषित किया गया है जिसमे महाप्रबंधक ने पूर्व में एक पत्र जारी किया था, चालक परिचालक को संगम ढाबे में वाहन रोकने के लिए निर्देशित किया गया था कि समस्त इस रूट के चालक परिचालक अगर इस अनुबंधित ढाबों में वाहन नही रोकेंगे तो उनके 1000हजार रुपए उनकी तनखाह से काट लिए जायेगे लेकिन ढाबे स्वामी द्वारा चालक परिचालक एवम यात्रियों के साथ अशोबिनीय व्यवहार किया जाता है इसके साथ खाने की गुणवंता भी सही नहीं है इसकी पुष्टि करने के लिए विभाग द्वारा खाद्य पूर्ति निरीक्षक से निरक्षण करवा कर। हर 15,15 दिनों खाद्य पदार्थों का परिक्षण कराकर एक प्रति कार्यालय को प्रेषित किया जाए उक्त ढाबे स्वामी द्वारा यात्रियों को खाने की रसीद भी नहीं दी जाती है जब कोई यात्री रसीद की मांग करता है तो ढाबे स्वामी द्वारा यात्री से अभ्रता में उतर आते हैं जबकि। उक्त ढाबा मनोज नाम से ढाबा अनुबंधित किया गया है हक्कित में ढाबा इकबाल एवम बबन नाम से ढाबा संचालित किया जा रहा है जिससे धार्मिक गतिरोध उत्पन्न होने की संभावना है इस मार्ग के कार्यरत चालक परिचालक ने पूर्ण रूप से समर्थन किया है अगर एक महा के भीतर अगर कोई करवाई नही की गई तो चालक परिचालक द्वारा आंदोलन किया जाएगा इस दौरान उन्होंने कहा कि समय समय पर विभाग द्वारा इन ढाबों का निरक्षण करवाया जाना चाहिए ताकि यात्रियों को असुविधा न हो विभाग द्वारा जब अनुबंधित किया जाता है।तो इन ढाबों के शौचालय का भी निरक्षण करवाया जाना चाहिए क्योंकि यात्रियों के लिए शौचालय तक की सुविधा उपलब्ध नही है तथा इन ढाबों के शौचालय में इतनी गंदगी रहती हैं उसके अंदर प्रवेश करना सम्भव नहीं है तथा यात्री चालक परिचालक से इस बाबत लड़ने को। तैयार हो जाते तथा इसका खामियाजा चालक परिचालक को भुगतना पड़ता है