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उत्तराखण्ड

पहली बार है इतने शुभ योगों में होली !

एस्ट्रोलॉजर गुरमीत सिंह बेदी +91 94180 33344

होली रंगों के साथ नए फसल के पकने का भी त्योहार है। इस बार होली शुक्रवार यानी 18 मार्च को है। किसानों के जीवन में खुशहाली के साथ होली सामान्य लोगों के लिए भी खुशियों के कई रंग लेकर आता है। इस दौरान ग्रह योग भी बनते हैं। होली से एक दिन पहले 17 मार्च को होली जलाई जाएगी। इस बार भद्रा दोष है, इसलिए शाम की बजाय रात में पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र में होलिका दहन का आयोजन होगा। वहीं, ग्रहों की स्थिति की बात करें तो गजकेसरी, वरिष्ठ और केदार नाम के 3 राजयोग भी रहेंगे। होली पर ऐसा महासंयोग आज तक नहीं बना। बड़े शुभ योगों में होलिका दहन होना देश के लिए भी शुभ रहेगा। इन ग्रह योगों से मान-सम्मान, पारिवारिक सुख और समृद्धि बढ़ती है।

पहली बार इस योग में होगा होलिका दहन

होलिका दहन गुरुवार को है। यानी देव गुरु बृहस्पति का दिन। यह अपने आप में शुभ है। वहीं बृहस्पति का दृष्टि संबंध चंद्रमा से होने पर गजकेसरी योग बनेगा। इस पर्व पर वरिष्ठ और केदार योग भी बन रहे हैं। कुछ ज्योतिषाचार्य का कहना है कि पहली बार ऐसा हो रहा है जब होलिका दहन पर ये तीनों राजयोग बन रहे हैं। इतना ही नहीं, सूर्य का साथी राशि में होना भी इस त्योहार को शुभ बना रहा है। होलिका दहन पर विशेष ग्रह-योग से रोग, शोक और दोष का नाश तो होगा ही, दुश्मनों पर भी जीत मिलेगी।

शुक्र और शनि एक ही राशि में

होली पर नक्षत्र, महीने और ऋतु के स्वामी एक ही राशि में रहेंगे। 14 मार्च से वसंत ऋतु शुरू हो रही है, जिसका स्वामी शुक्र होता है। शुक्र के ही पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र में होलिका दहन होगा। ये ग्रह सुख-सुविधा, समृद्धि, उत्सव, हर्ष और ऐश्वर्य का भी कारक है। वहीं, फाल्गुन महीने का स्वामी शनि है। शुक्र-शनि आपस में मित्र हैं और दोनों ही मकर राशि में साथ होकर युति बना रहे हैं। सितारों की ये स्थिति इस पर्व का शुभ फल और बढ़ रहा है

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