उत्तराखण्ड
उत्थान मंच में 8 जनवरी से मनाया जायेगा उत्तरायणी महोत्सव, घुघुतिया त्यार
हल्द्वानी। पर्वतीय संस्कृति का प्रतीक उत्तरायणी महोत्सव घुघुतिया त्यार रविवार 8 जनवरी से 15 जनवरी तक पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा। यह जानकारी देते हुए पर्वतीय सांस्कृतिक उत्थान मंच के अध्यक्ष डॉ चंद्रशेखर तिवारी ने बताया कि विगत वर्षों की भांति इस बार भी पर्वतीय संस्कृति और समाज पर आधारित मेले का आयोजन भव्य रुप में मनाया जाएगा।
शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए डॉ तिवारी ने बताया विगत दिनों पर्वतीय संस्कृति और समाज पर कतिपय असामाजिक शरारती तत्वों द्वारा जिस प्रकार से इसके कुप्रचार का प्रयास किया गया और पर्वतीय सांस्कृतिक उत्थान मंच के कार्यक्रमों को बाधित करने का प्रयास किया गया उसका पर्वतीय समाज ने एकजुट होकर सामना किया। उन्होंने बताया संस्था के प्रति अपने भावनात्मक लगाव का सभी ने परिचय दिया है, उससे यह साबित हो चुका है कि पर्वतीय सांस्कृतिक उत्थान मंच को आघात पहुंचाने वालों को सबक सिखाने के लिए पर्वती समाज एकजुट है। इस घटना ने यह भी सिद्ध कर दिया है कि संस्था निर्विरोध रूप से गैर राजनीतिक है, यही कारण है कि हमारी संस्कृति पर किए जा रहे आघात का सभी ने एकजुट होकर संघर्ष करने का आह्वान किया। ज्ञात हो कि पर्वतीय सांस्कृतिक उत्थान मंच विगत 40 वर्षों से पर्वतीय संस्कृति को जीवंत बनाए रखने के लिए प्रयासरत है। मंच में पर्वतीय संस्कृति से संबंधित सभी धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रम यहां आयोजित किए जाते हैं। कोरोना के बाद इस साल उत्तरायणी मेला घुघुतिया त्यार पर्वतीय संस्कृति और समाज की भावनाओं को प्रदर्शित करने तथा इसे बरकरार रखने के लिए यह ऐतिहासिक मंच बनाया गया है। श्री तिवारी के अलावा मंच के महामंत्री मुकेश चंद्र शर्मा ने बताया कि गत वर्षो की भांति इस बार उत्तरायणी मेले को भव्य के साथ मनाया जाएगा। इस दौरान मेला संयोजक, सांस्कृतिक संयोजक तथा रैली संयोजक सभी ने अपने अपने विचार व्यक्त किए। सांस्कृतिक संयोजक ने बताया कि 8 जनवरी से 15 जनवरी तक मेले के दौरान विभिन्न रंगकर्मी कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इस दौरान कुमाऊं एवं गढ़वाल के जाने माने लोक गायकों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों में शिरकत की जाएगी।पत्रकार वार्ता के दौरान संरक्षक भुवन चंद्र जोशी, एन वी गुणवंत, हुकम सिंह कुंवर, हेमंत सिंह बगड़वाल, पूरन चंद भंडारी, गोपाल सिंह बिष्ट, शोभा बिष्ट, रत्ना श्रीवास्तव, ज्योति पाठक समेत कई पदाधिकारी मौजूद थे।