उत्तराखण्ड
पत्रकारों के घरों पर छापा मोदी सरकार का बेलगाम आपातकाल और प्रेस की आज़ादी पर हमला है: डा कैलाश पाण्डेय,,
हल्द्वानी
- जन मुद्दों से जुड़े सवाल उठाने वाले पत्रकारों पर हमले बंद करो
- पत्रकारों के घरों पर छापा मोदी सरकार का बेलगाम आपातकाल और प्रेस की आज़ादी पर हमला है: डा कैलाश पाण्डेय
न्यूज़क्लिक के सम्पादक प्रबीर, गीता हरिहरन, वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश, भाषा सिंह, अभिसार शर्मा, सोहेल हाशमी, संजय राजौरा, अनिंदोय चक्रवर्ती जैसे स्वतंत्र पत्रकारिता करने वाले वरिष्ठ पत्रकारों पर मोदी शाह के इशारे पर दिल्ली पुलिस द्वारा मारे गए छापों का हम विरोध करते हैं, यह स्पष्ट तौर पर पत्रकारों की आवाज को दबाने और प्रेस की स्वतंत्रता का हनन करने की कोशिश है। यह बात एक प्रेस बयान के माध्यम से भाकपा माले जिला सचिव डा कैलाश पाण्डेय ने कही।
उन्होंने कहा कि, “मोदी सरकार सच्चाई को सामने लाने वाले और विरोध की आवाज़ बुलंद करने वाले पत्रकारों के घरों पर छापा मारने की फासिस्ट कार्यवाही कर रही है। सरकार के इस बेलगाम आपातकाल और प्रेस की आज़ादी पर हमले का व्यापक विरोध किया जाना चाहिए।”
उन्होंने कहा कि, “यह स्पष्ट रूप से मोदी सरकार का उसके खिलाफ जनता के बढ़ते असंतोष की हताशा से उपजा कदम है। बढ़ती अलोकप्रियता के कारण आसन्न लोकसभा चुनाव में साफ दिख रही मुश्किलों से निपटने हेतु इस तरह के प्रयास मोदी सरकार को पतन की ओर ही ले जायेंगे। डा कैलाश पाण्डेय। जिला सचिव भाकपा माले नैनीताल