उत्तराखण्ड
जिलाधिकारी युगल किशोर पंत की अध्यक्षता में कलक्टेट सभागार में जिला टी0बी0 फोरम की बैठक आयोजित हुई।
RS. Gill. Journalist
रूद्रपुर जिलाधिकारी युगल किशोर पंत की अध्यक्षता में कलक्टेªट सभागार में जिला टी0बी0 फोरम की बैठक आयोजित हुई। उन्होने सीएमओ डा सुनीता चुफाल रतूड़ी को निर्देश दिये कि स्वास्थ्य विभाग की ब्लाक स्तर की मीटिंग में ग्राम प्रधानो को बुलाये व ग्राम प्रधानो को टीबी रोग आदि बीमारियों के बारे मे बताये जिससे कि जिससे उनके द्वारा गांव के लोगों को भी जागरूक कर सकें। उन्होने कहा कि ग्राम प्रधान, आशा व आंगनबाडी कार्यकत्री आम जनता के बीच में रहते इस लिये इनके द्वारा लोगों को अच्छी तरह से बीमारी से बचाव व ईलाज हेतु जागरूक कर सकते है। उन्होने सीएमओ निर्देश दिये कि आशा व आंगनबाडी के माध्यम से लोगों को जागरूक कराये कि कोई भी बीमारी को छुपाये नही समय से जांच कराये जिससे की बीमारी का पता चल सके और उसका समय से ईलाज करा सके। उन्होने जिला विकास अधिकारी व जिला पंचायतराज अधिकारी को निर्देश दिये कि स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से अपने स्तर से भी ग्राम प्रधानो को बीमारी से बचाव व ईलाज के बारे में जागरूक करें। उन्होने कहा कि औद्योगिक संस्थानों में भी जाकर कार्मिकों को जागरूक किया जाये। जिलाधिकारी ने सम्बन्धित एनजीओ के पदाधिकारियों व टी0बी0 रोग से स्वस्थ हो चुके लोगों से सुझाव लेते हुये कहा कि अनुभव के अनुसार बीमारी से बचाव हेतु लोगों को जागरूक करे। इस दौरान टीबी रोग से स्वस्थ होकर लोगों को जागरूक कर रहे रूद्रपुर की आंचल, खटीमा के भीम चन्द एवं काशीपुर के राजीव कुमार टीबी चैम्पियन को सम्मानित किया।
जिलाधिकारी ने कहा कि हम सब की सामूहिक जिम्मेदारी है कि टी0बी0 रोग से अपने प्रदेश व देश को मुक्त किया जाये। उन्होने बताया कि प्रत्येक नि-क्षय मित्र द्वारा टी0बी0 के रोगी को गोद लिया जायेगा ताकि उनको बेहतर उपचार, आहार आदि दिया जा सके। उन्होने सीएमओ को निर्देश दिये कि जनप्रतिनिधियों, समाजसेवियों, औद्योगिक संस्थानों के प्रतिनिधियों आदि को नि-क्षय मित्र बनाये ताकि सभी के सामूहिक प्रयास से टी0बी0 के रोगियों की बेहतर देखभाल हो सके एवं जनपद को शीघ्र टी0बी0 मुक्त किया जा सके।
सीएमओ डा0 सुनीता चुफाल रतूड़ी ने बताया कि पुनरीक्षित राष्ट्रीय क्षय रोग नियन्त्रण कार्यक्रम के अन्तर्गत प्रत्येक टीबी रोगी का जांच व उपचार निःशुल्क किया जाता है। उन्होने बताया कि असहाय व स्वास्थ्य केन्द्र आने में असमर्थ मरीज किसी भी प्रकार की जानकारी व बलगम परीक्षण की सुविधा के लिये सम्बन्धित क्षेत्र के टीबी सुपरवाईजर से सम्पर्क कर सकते है एवं टोल फ्री नम्बर 104 पर काल कर जानकारी ले सकते है। उन्होने बताया कि जनपद में अब तक 281 नि-क्षय मित्र बनाये जा चुके है इसी के साथ प्रदेश में नि-क्षय मित्र बनाने में जनपद प्रथम स्थान पर है।