उत्तराखण्ड
बनभूलपुरा का विकास 5 साल के लिए नज़र बंद हो गया है। ये वही आवाम है । उवेश रजा
बनभूलपुरा की आवाम ने ऐसा नेता चुना जो 28 हज़ार वोट लेने के बाद भी मुसलमानो के रोज़गार और मकानो की हिफाजत भी नही कर पा रहा है। बाकी बनभूलपुरा का विकास तो समझ लो 5 साल के लिए नज़र बंद हो गया। ये वही आवाम है जो 2013 में अपने नेता को मेयर में 21 हज़ार वोट देती है और फिर 9 साल बाद विधायकी में 900 वोट दे देती है।
इसलिए 28 हज़ार वोट भी कहीं अगली बार 2800 में न सिमट जाए।
आवाम अच्छा बुरा सब जानती है।
बस वक्त वक्त की बात है। 2022 का वोट किसी चेहरे पर नही एंटी बीजेपी पड़ गया ये सब जानते है। इसलिए विधायक जी हमसे दुश्मनी के चक्कर में मत पड़ो। हमारे खिलाफ साजिशे मत रचो क्योंकि मेरे पास खोने के लिए कुछ नही है नुकसान आपका ही होगा हर जगह ये समझ लो आप।
ये आवाम अगर ज़ुल्म के खिलाफ वोट डालती है तो हमारे ऊपर कोई ज़ुल्म बर्दाश नही करेगी।क्योंकि आपको जिस लिए आवाम ने चुना है उस काम पर ज़्यादा ध्यान दो।
जैसे _ रेलवे का मामला, ट्रंचिंग ग्राउंड को हटवाना, मलिकाना हक, गफूर बस्ती का पुनर्वास, नई सड़के, एक अच्छा बड़ा हॉस्पिटल, जिनसे सरकारी नोकरी का वादा किया उनके लिए संघर्ष करो। जिनसे प्राइवेट रोजगार की बात कही उन युवाओं को रोजगार के लिए संघर्ष करो, बाकी फैसला आपके हाथ में है