उत्तराखण्ड
कमेटी के सदस्यों ने पुलिस कर्मी पर एक तरफा कारवाई का आरोप, लगाते हुए दिया एस पी सिटी को ज्ञापन की कारवाई की मांग,,
हल्द्वानी
थाना बनभूलपुरा में पुलिस कर्मी दिलशाद ने दूसरे पक्ष की एफ आई आर को लेने से मना करते हुए एफ आई आर देने वाली महिला के मुंह पर एफ आई आर दे मारी तथा बीचबचाव करने वाले जन सेवा एकता कमेटी के सचिव को जांच में निर्दोष पाए जाने के बाद भी थाने में मुजरिम बना कर बैठालने से क्षुब्ध होकर जन सेवा एकता कमेटी के अध्यक्ष अलीम खान के नेतृत्व में एस पी सिटी से मिलकर जांच किए जाने के बाद विधि कार्रवाई की मांग की गई। ज्ञापन में लिखा गया कि 10=1=2023 को कमेटी के सचिव अजीम खान एक झगड़े का बीच बचाव करने गए थे परंतु अपराधी सलमान द्वारा इसी पुलिस कर्मी दिलशाद के उकसावे पर खुद को ब्लेड मार कर झूठी रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जो कि जांच में साबित हो गई थी, जिस पर अजीम खान को जांच करने के बाद निर्दोष साबित होने के बाद भी अकारण ही एस आई विनोद घई के आदेश पर पुलिस कर्मी परवेज द्वारा थाने में मुजरिम बनाकर जबरन बैठा दिया गया तथा अपमानित किया गया, जबकि दोषी साबित होने के बाद भी अपराधी सलमान पर उचित अपराधिक कार्रवाई नहीं की गई, जिससे साबित होता है की उक्त अपराधी की थाने में अच्छी खासी घुसपैठ है, सलमान से थाना बनभूलपुरा में तैनात पुलिस कर्मी दिलशाद के साथ सांठ गांठ है। नशे के कारोबारियों व अवैध कार्य करने वालों के साथ इसकी सांठगांठ तथा वरदहस्त है, जिस कारण सम्भ्रांत लोगों को थाने में अपमानित किया जा रहा है।
महोदय ऊक्त घटना के बाद कमेटी के सदस्यों में रोष व्याप्त है, तथा थाना बनभूलपुरा के कुछ पुलिस कर्मियों की अवैध कारोबारियों के साथ सांठगांठ से बनभूलपुरा के सम्भ्रांत लोगों में रोष है।
अतः महोदय से निवेदन है कि उपरोक्त घटना का संज्ञान लेते हुए थाना बनभूलपुरा में तैनात सिपाही दिलशाद के कार्यकलापों की जांच कराए जाने की कृपा करें। जिससे पुलिस की प्रतिष्ठा धूमिल होने से बच सके, एवं लोगों के बीच बनभूलपुरा पुलिस का विश्वास कायम रहे। वार्ता के बाद
एस पी सिटी महोदय ने सी ओ हल्द्वानी को जांच के आदेश पारित कर दिए।उपरोक्त की प्रतिलिपि
श्रीमान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नैनीताल।
श्रीमान पुलिस महानिरीक्षक महोदय नैनीताल
श्रीमान पुलिस महानिदेशक महोदय देहरादून को भी कार्रवाई हेतु भेजी गई। ज्ञापन देने वालों में अलीम खान, अनवर मुन्नू, अजीम खान, नफीस अहमद खान, नबी अहमद, अहमद नबी, अनिसुर्रहमान, सज्जन खान, शकील अहमद, मेहबूब अली, तथा पीड़ित हेमा खान, वासिब खान उपस्थित थे।