उत्तराखण्ड
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के जन्म दिवस को सेवा पखवाड़े के रूप में मनाया जा रहा है,
RS. Gill. Journalist
रुद्रपुर – प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के जन्म दिवस को सेवा पखवाड़े के रूप में मनाया जा रहा है, जिसके अन्तर्गत जनपद में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसी क्रम में गुरुवार की सिटी क्लब में समाज कल विभाग द्वारा दिव्यांगजनों को जीवन सहायक उपकरण वितरित कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। जिसका शुभारंभ जनपद प्रभारी मंत्री गणेश जोशी ने दीप जलाकर किया। कार्यक्रम में दिव्यांग व्यक्तियों को उनकी आवश्यकता के अनुसार 21 दिव्यांगों को व्हील चैयर, 13 दिव्यांग व्यक्तियों को ट्राई साईकल, 05 दिव्यांग व्यक्तियों को बेशाखी, 06 दिव्यांगो को स्टिक, 56 दिव्यांग को कान की मशीन (hearing aid), 04 व्यक्तियों को वॉकर वितरित किये गये। कार्यक्रम में श्री जोशी ने स्वच्छता तथा सिंगलयूज प्लास्टिक के उपयोग न करने से सम्बन्धित शपथ दिलाई तथा कोरोनाकाल में स्वच्छता के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 11 व्यक्तियों पर्यावरण मित्र दीपा, सुरजीत, बिट्टू, विशाल, आकाश, अनोखे, वाहन चालक महावीर, जेसीबी चालक विनोद, विमल कुमार, विक्रम सिंह, पर्यावरण पर्यवेक्षक गौतम सिंह को सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर श्री जोशी ने दिव्यांगजनों का हौंसला अफजाई करते हुए कहा कि शारीरिक दिव्यांगता व्यक्ति को आगे बढ़ने से नहीं रोक सकती। उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति के अन्दर विचारों की दिव्यांगता न हो, क्योंकि विचारों की दिव्यांगता व्यक्ति को आगे बढ़ने नहीं देती। उन्होंने कहा कि वितरित किये जा रहे जीवन सहायतित उपकरण निश्चित ही दिव्यांगजनों के जीवन को और अधिक सरल बनाने में सहायक सिद्ध होंगे। उन्होंने कहा कि सरकार हर वर्ग की चिन्ता कर रही है और विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाएं चला रही है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गरीबों के मसीहा, जन-जन के नेता हैं, जिनके जन्म दिवस को 02 अक्टूबर तक सेवा पखवाड़े के रूप में मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने देश का मान-सम्मान, स्वाभिमान विश्व पटल पर बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि मोदी जी के नेतृत्व में भारत विश्व की महाशक्ति बन कर उभर रहा है और हमारी अर्थव्यवस्था विश्व की 5वी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गई है। उन्होंने प्रधानमंत्री श्री मोदी के दीर्घायु की कामना करते हुए कहा मोदी जी का मार्गदर्शन ऐंसे ही मिलता रहे।