उत्तराखण्ड
भिकियासैंण में अंतरजातीय विवाह के कारण हुई जातिवादी हत्या के लिए जिम्मेदार सभी दोषियों के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए , डॉ कैलाश पांडे
हल्द्वानी
• भिकियासैंण में अंतरजातीय विवाह के कारण हुई जातिवादी हत्या के लिए जिम्मेदार सभी दोषियों के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई की जाय
• पुलिस और प्रशासन के अधिकारी सीधे तौर पर जिम्मेदार, आपराधिक लापरवाही के लिए उन्हें दंडित किया जाय
भाकपा (माले) ने भिकियासैंण में हुई शर्मनाक जातिवादी हत्या गहरा क्षोभ और दुःख व्यक्त करते हुए इस हत्याकांड के लिए जिम्मेदार सभी लोगों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की है.
भाकपा (माले) के नैनीताल जिला सचिव डॉ कैलाश पांडेय ने कहा कि,”इस हत्या व जातीय हिंसा के लिए अल्मोड़ा का पुलिस-प्रशासन पूरी तरह से जिम्मेदार है. अंतरजातीय प्रेम विवाह के बाद कई दिनों से लड़की व जगदीश चंद्र अल्मोड़ा प्रशासन से सुरक्षा की मांग कर रहे थे। लेकिन प्रशासन व पुलिस ने अगंभीर रवैया अपनाते हुए मदद नहीं की। जिस कारण जातिवादी तत्वों के हौसले बुलंद हुए और उन्होंने जगदीश चंद्र की हत्याकर दी.”
उन्होंने कहा कि,
“उत्तराखंड की भाजपा सरकार के कार्यकाल में लगातार दलितों पर हमले, उत्पीड़न और हत्यायें बढ़ने लगी हैं. ऐसे में हत्यारों को सख्त से सख्त सजा के साथ कानून के रक्षक पुलिस प्रशासन की हीलाहवाली और आपराधिक लापरवाही को भी हत्या के लिए जिम्मेदार मानते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अल्मोड़ा व स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों के खिलाफ भी सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए.”
गौरतलब है कि दिनांक 1 सितम्बर 2022 को अल्मोड़ा जिले के भिकियासैंण तहसील अंतर्गत अन्तरजातीय विवाह को लेकर एक दलित नौजवान जगदीश चन्द्र की जातीय श्रेष्ठता की हनक में हत्या कर दी गयी। इस हत्या के खतरे को पूर्व में ही भांप कर दुल्हन बनने के एक सप्ताह में ही दिनांक 27 अगस्त 22 को नवयुवती ने अपने सौतेले पिता और भाई के उत्पीड़न की दास्तान के साथ वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अल्मोड़ा को अपने जान माल की सुरक्षा के लिए गुहार लगाई थी । परन्तु पुलिस ने इस मामले को गम्भीरता से न लेकर नजरअंदाज कर दिया जिससे अपने जातिगत श्रेष्ठता के मद में चूर दरिन्दों को अपनी दरिंदगी को अंजाम देने का मौका मिल गया और उन्होंने जगदीश चन्द्र की बेरहमी से हत्या कर दी।