उत्तराखण्ड
श्री रामलीला मैदान मे विभीषण शरणागति,सेतु बंध, श्री रामेश्वर स्थापना अंगद रावण संवाद का मंचन किया,,
अजय कुमार वर्मा
हलद्वानी। ,,रामलीला संचालन ग्यारवें दिन आज श्री रामलीला मैदान मे विभीषण शरणागति,सेतु बंध, श्री रामेश्वर स्थापना अंगद रावण संवाद का मंचन किया गया तथा रात्रि लीला में सीता हरण साबरी मिलन श्री राम सुग्रीव मित्रता एवं बाली वध का मंचन हुआ।
व्यास श्री पुष्कर दत्त शास्त्री कहते हैं कि रावण द्वारा तिरस्कार मिलने के पश्चात विभीषण जी रामा दल की तरफ उनके दर्शन हेतु चल पड़ते हैं ,भगवान राम द्वारा उनका स्वागत किया जाता है तथा शरणागत विभीषण द्वारा अपने अपमान के विषय में भगवान श्री राम को बताया जाता है।
विभीषण जी को प्रभु द्वारा रामादल में शामिल कर लिया जाता है। समुद्र तट पर भगवान द्वारा भगवान शिव की आराधना की जाती है तथा रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग की स्थापना होती हैइसके पश्चात समुद्र तट पर सेतु बंध का निर्माण नल, नील, अंगद आदि वानरों द्वारा किया जाता है।
रामलीला संचालन समिति के सदस्य विवेक कश्यप द्वारा बताया जाता है कि कल लक्ष्मण शक्ति, संजीवनी बूटी लाना, लक्ष्मण जागृति तथा कुंभकरण वध की लीला का मंचन किया जायेगा, रात्रि में सीता खोज, लंका दहन तथा विभीषण शरणागति की लीला का मंचन होगा। आज रामलीला संचालन में ब्राह्मण उत्थान महा सभा,सारथी सहयोग समिति,एक नयी दिशा,माहेश्वरी महिला समिति,साथी हाथ बढ़ाना
,शक्ति समर्पण योग ग्रुप आदि संस्थाओं ने सहयोग किया।
आज व्यास पूजन जगदीश पिमोली,साकेत अग्रवाल, रोहित ठाकुर, प्रेम गुप्ता, गौरव गुप्ता,प्रदीप अग्रवाल आदि ने किया।
रामलीला संचालन समिति से प्रदीप जनौटी,अतुल अग्रवाल, मनोज गुप्ता, सौरभ अग्रवाल, आदि रहे।