उत्तराखण्ड
आरएसएस-बीजेपी ने सुनियोजित तरीके से मुस्लिम विरोधी हिंसा को अंजाम दिया है
त्रिपुरा में मुस्लिम विरोधी हिंसा की जांच करने गए सुप्रीम कोर्ट के वकीलों पर UAPA लगाने, त्रिपुरा हिंसा में सरकार की नाकामी को दिखा रहे 110 ट्विटर हैंडल को ब्लॉक् करने व UAPA लगाने की कार्यवाही के ख़िलाफ़ ऐक्टू ने तिकोनिया स्थित मुंशी हरि प्रसाद टम्टा पार्क में धरना प्रदर्शन किया ।
ऐक्टू कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए ऐक्टू प्रदेश महामंत्री ने कहा कि, “आरएसएस-बीजेपी ने सुनियोजित तरीके से मुस्लिम विरोधी हिंसा को अंजाम दिया है।त्रिपुरा सरकार हिंसक साम्प्रदायिक हिन्दू संगठनों पर कार्यवाही करने के बजाय मुस्लिम व लोकतांत्रिक व्यक्तियों को ही आवाज उठाने से रोकने में जुटी है। सुप्रीम कोर्ट के वकीलों की फैक्ट फाइंडिंग टीम को सच सामने लाने पर UAPA के तहत नोटिस भेज कर त्रिपुरा सरकार ने अपना साम्प्रदायिक चेहरा उजागर कर दिया है। इतना ही नहीं त्रिपुरा सरकार ने मुस्लिम विरोधी हिंसा के खिलाफ पोस्ट करने वाले 110 ट्विटर हैंडल पर भी UAPA की कार्यवाही कर दी है। इसके अलावा बड़ी संख्या में पत्रकारों को भी निशाने पर ले रही है। त्रिपुरा सरकार केंद्र की मोदी सरकार के संरक्षण में संविधान विरोधी कार्यवाही में जुटी है। मोदी की चुप्पी इसी का प्रमाण है।”
ऐक्टू नेता डॉ कैलाश पांडेय ने कहा कि, “आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर पूरे देश मे आरएसएस- भाजपा हिंदू मुसलमान की सम्पदायिकता को फैला रही है।सरकार महंगाई, बेरोजगारी, मंदी पर रोक लगा पाने में नाकाम है दूसरी तरफ कॉरपोरेट लूट को संगठित कर रही है। देश का जनमानस साम्प्रदायिकता को नकार रहा है इसका नतीजा हिमाचल व हरियाणा के हालिया उपचुनाव है जहाँ भाजपा बुरी तरीके से हारी है।”
ऐक्टू कार्यकर्ताओं ने धरना कार्यक्रम में आक्रोश व्यक्त किया और सरकार से मांग की गई कि सुप्रीम कोर्ट के वकीलों पर UAPA लगाने समेत सोसल मिडीया हैंडल को ब्लॉक करने व लोगो पर UAPA वापस लिया जाय।
कार्यक्रम में एक्टू महामंत्री के के बोरा, एक्टू नेता कैलाश पांडेय, ललित मटियाली, ललतेश प्रसाद, कमल जोशी, नवीन कांडपाल, उमेश मिश्रा, आइसा नेता धीरज कुमार, निर्मला शाही, गिरीश खत्री, संदीप पांडेय आदि शामिल हुए।