उत्तराखण्ड
रोडवेज चालक की मनमर्जी से चल रही रोडवेज की बसे बस स्टेशन में नही ले जाते है बसे ,यात्रियों हो रहे है परेशान,
RS gill
Reporter
रोडवेज चालक जनता को दे धोखा।बस स्टेशन पर नहीं ले जाते बस देखी जा रही मनमर्जी।
सितारगंज ,,टनकपुर डिपो बस नंबर UK07PA 2931टनकपुर से हल्द्वानी को संचालित होने वाली बस सितारगंज के बस स्टेशन पर चालक न लेजाकर बाहर बिज्टी चौराहे से मनमर्जी से दौड़ाकर ले गया।यात्रियों ने चालक परिचालक से सितारगंज के बस प्लेटफार्म पर ले जाने के लिए कहा तो अनसुनी कर दिया।
बताते चलें कि परिवहन निगम की बसों के चालकों, परिचालकों की यह बात नहीं है।
काशीपुर, रुद्रपुर, काठगोदाम, को चालकों, परिचालकों की एक साल पहले ऐसी ही हरकतें कर चुके हैं।डिपो के ARM शिकायतें करने पर कोई फर्क नहीं पड़ता।यात्रियों को सुविधा देनी की वजाय जानबूझकर परेशान किया जाता है।किसी भी यात्री को जबरन मजबूर होकर रिक्शा ,टुकटुक पर जाना पड़ता है।चालकों परिचालकों द्वारा ऐसी घटनाएं बार बार दोहराई जाती हैं।परिवहन विभाग/निगम खामोश क्यों है।
RM/ARM को हर महीने या 6 महीने मीटिंग बुलाकर चालकों, परिचालकों यातायात नियमों से परिचित कराना चाहिए।लगता है ऐसा कुछ नहीं। कोई भी यात्री अपनी मुश्किलों मे जरूरी काम से परिवहन निगम की बस में यात्रा कर रहा है।लेकिन विभाग के चालक, परिचालक निरंकुश होकर मनमर्जी पर उतारू हैं।कर्मचारी/अधिकारी चाहे कितना भी भ्रष्ट हो क्योंकि नौकरी जाने का बिल्कुल खतरा नहीं ।अंधे कानूनों के बीच मे केवल जनता को जबरदस्ती पीसा जाता है। चालको, परिचालको से लडाई की वजह से यात्री कुछ कहने से डरते हैं।कहते हैं शिकायते करने से कुछ होने वाला नहीं।इसलिए अगर देखा जाए तो लगातार यात्रियों को परेशान होना पडता है।ऐसे लोगों पर विभाग क्या सख्त कानूनी कार्यवाही करेगा या नहीं।
सितारगंज बस स्टेशन के परिवहन रजिस्टर मे उक्त नंबर का पता चल सकता है कि उक्त नंबर रजिस्टर में अंकित है । चालकों परिचालकों पर विभागीय ईमानदार अफसर संज्ञान मे लेकर क्या कार्यवाही करते हैं या नहीं।यह घटना दिनांक 20.09.2021 दोपहर 2 बजकर 24 मिनट की है