उत्तराखण्ड
रोडवेज में फिर से अतिक्रमण…
हल्द्वानी। रोडवेज बस स्टेशन एक तो वैसे ही अव्यवस्थित है। ऊपर से यहां फिर से अतिक्रमण कर दिया गया है। जबकि पूर्व में रोडवेज प्रबंधन द्वारा न्यायालय के आदेश से अतिक्रमण हटाया गया था। जिसमें काफी विरोध प्रदर्शन भी किया गया था। जिस पर पुलिस द्वारा अतिक्रमण करने वालो पर मुकदमे दर्ज किए गए थे। उसके बदजूद भी अतिक्रमण करने वाले शख्स से जब जानकारी प्राप्त करने की बात की तो वह सीधे तौर पर बोला कि अनुमति रोडवेज प्रबंधन के पास है। जबकि वहा की इंचार्ज द्वारा साफ मना कर दिया गया है कि मेरे द्वारा कोई अनुमति नहीं दी गई है। ऐसे में यदि किसी उच्च अधिकारियों द्वारा अनुुमति दी गई हो तो उसके बारे में हम कुछ नहीं कह सकते। मौके पर अतिक्रमण करने वाले ने विद्युत कनेक्शन भी चोरी से लिया हुआ है,सीधा सीधा फंडा है कि एक तो चोरी ऊपर से सीना जोरी ,अब इतना आसान काम नहीं है। कोई सरकारी सड़क पर या रोडवेज की संपति पर कब्जा जमा कर बैठ जाए वो भी बिना किसी अनुमति के जबकि रोडवेज प्रबंधन द्वारा टेंडर प्रक्रिया की जाती है जैसे हाई वे पर रोडवेज के अनुबंधित ढाबे है जिस पर रोडवेज बस यात्रियों को जलपान करवा सके ऐसे ही रोडवेज स्टेशन पर टेंडर प्रक्रिया की जाती है लेकिन हल्द्वानी बस स्टेशन की टेंडर प्रक्रिया किस कारण नही हो पा रही है ये रोडवेज प्रबंधन जाने लेकिन किसके रसूक से ये कब्जा किया हुआ है और उस हिसाब से गोपाल आर्य कब्जा जमा कर बैठा हुआ है,और चोरी की विद्युत चला रहा है, हौसले इतने बुलंद हैं इसलिए विभाग को चुना लगा रहा है। सूत्रों द्वारा प्राप्त हुआ है की एक विधायक द्वारा इस कब्जे को कराया गया है, इसीलिए रोडवेज प्रबंधन मॉन है,इस बाबत जिन लोगों पर पूर्व में मुकदमे दर्ज किए गए हैं वो भी चर्चा कर रहे हैं कि हमारे ऊपर तो रोडवेज प्रबंधन तो मुकदमा दर्ज कराया गए थे अब रोडवेज प्रबंधन क्यों मॉन है,,इनकी बिना मिली भगत से कुछ नहीं हो सकता है जो कि राजस्व को भी चूना लगा रहे हैं,,