उत्तराखण्ड
27 सितम्बर को भारत बंद’ के समर्थन के लिए प्रचार, नुक्कड़ सभाएं व जनसंपर्क, बहादुर सिंह जांगी
• किसानों के 27 सितंबर के ‘भारत बंद’ के समर्थन के लिए प्रचार, नुक्कड़ सभाएं व जनसंपर्क
संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा आहूत और विभिन्न ट्रेड यूनियनों, किसान संगठनों, ट्रांसपोर्टरों, व्यापार संघों द्वारा समर्थित 27 सितंबर के ‘भारत बंद’ के समर्थन में हल्द्वानी में प्रचार प्रसार किया गया। जिसके तहत हल्द्वानी के नैनीताल रोड, कालाढूंगी चौराहा, पटेल चौक, मीरा मार्ग, सदर बाजार, कारखाना बाज़ार, बर्तन बाजार, सब्जी मंडी, मंगल पड़ाव, राजपुरा, बनभूलपुरा, इंद्रानगर, आवास विकास, रेलवे बाजार समेत सभी बाजारों व विभिन्न गलियों में नुक्कड़ सभाएं, माइक प्रचार व जनसंपर्क किया गया।
इस अवसर पर हुई नुक्कड़ सभाओं में बोलते हुए वरिष्ठ किसान नेता बहादुर सिंह जंगी ने कहा कि, “किसान देश की खेती, किसानी बचाने और उपभोक्ता वस्तुओं की कीमतों को बढ़ाने वाले आवश्यक वस्तु संशोधन कानून के खिलाफ दस महीने से दिल्ली बॉर्डर पर बैठे हुए हैं लेकिन मोदी सरकार हठधर्मिता पर अड़ी हुई है। यह स्पष्ट दिखाता है कि मोदी सरकार की जवाबदेही जनता और किसानों के प्रति नहीं बल्कि अंबानी अडानी जैसे पूंजीपतियों को मुनाफा पहुंचाने के प्रति है। कोरोना काल में पहले से ही बेरोजगारी और महंगाई की जबरदस्त मार झेल रही जनता के ऊपर आपदा में अवसर देखते हुए तीनों कृषि कानून थोप दिए ये जनता को और भी बड़े संकट में धकेल रहे हैं। इसीलिए अब खेती किसानी को बचाने की यह लड़ाई देश और लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई में तब्दील हो गई है। नए कंपनी राज के खिलाफ किसानों का यह विद्रोह देश को कॉरपोरेट गुलामी की ओर जाने से बचाने के लिए है। अतः सभी नागरिकों को इसका समर्थन करने के लिए आगे आना चाहिए और 27 सितंबर के भारत बंद को सफल बनाने में एकजुटता प्रदर्शित करनी चाहिए।”
27 सितंबर के ‘भारत बंद’ के समर्थन में अखिल भारतीय किसान महासभा, ऐक्टू, क्रालोस नेताओं ने किसान नेता बहादुर सिंह जंगी के नेतृत्व में अभियान चलाया, जिसमें ट्रेड यूनियन ‘ऐक्टू’ नेता डॉ कैलाश पाण्डेय, क्रालोस के मुकेश भंडारी, शेखर चंद, किसान महासभा के पुष्कर दुबड़िया, आनंद सिंह दानू, हरीश भण्डारी, पूर्व सैनिक एन डी जोशी, राकेश सनवाल, कमल जोशी आदि शामिल रहे।