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उत्तराखण्ड

निजी बोरिंग के विरोध में ग्रामीणों में आक्रोश

यू एस सिजवाली। भवाली

निजी भूमि में बोरिंग पर ग्रामीणों ने जताया विरोध

::विरोध::

भवाली। अल्मोड़ा भवाली हाइवे स्थित निगलाट ग्रामसभा में निजी भूमि में बोरिंग करने पर ग्रामीणों ने विरोध जताया। ग्रामीणों ने एकजुट होकर निजी भूमि के बाहर बैठकर विरोध किया। ग्राम प्रधान के साथ मिलकर ग्रामीणों ने कुमाऊ कमिशनर को पत्र भेजा। उन्होंने लिखा कि मल्ला निगलाट में ग्रामीणों के अनुमति के बिना बोरिंग की जा रही है। ग्रामीणों से पूर्व में कोई अनापत्ति नही ली गई है। गांव के 350 लोग सालों पुराने जलस्रोत के पानी पर निर्भर है। बोरिंग स्थान से सीधे 100 मीटर निचे जलस्रोत है। जिला प्रशासन ने एक तरफा कार्रवाई कर बोरिंग की अनुमति दी है। उन्होंने अपील कर कहा कि उक्त के पास एक प्रधानमंत्री हर घर जल हर घर नल का एक कनेक्शन है। इसके अलावा दो प्राकृतिक जल स्रोत पहल से हैं। उसके बावजूद ग्रामीणों के जल स्रोत पर नजर रखी जा रही है।
ग्राम प्रधान पंकज निगलटिया ने बताया कि गांव में निजी भूमि में बोरिंग की जा रही है। उक्त के पास जिलाधिकारी की परमिशन है। उन्होंने बताया कि 15 फरवरी को दो नोटिस एकसाथ आये थे। तीन दिन में ग्रामीणों के साथ बैठक कर जवाब देने को कहा गया था। घर में उस दौरान भाई को सादी होने से बैठक नही हो पाई। एक बैठक कराई लेकिन कोरम पूरा होने से निर्णय नही निकल पाया। आगे खुली बैठक में निर्णय लिया जाएगा। प्रशासन ने एक पक्षीय करवाई कर बोरिंग के आदेश दिए हैं। जिसका ग्रामीण विरोध कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि आपदा में क्षतिग्रस्त सभी पाइपलाइनों को अपने पैसों से दुरुस्त कराया है। अब तक सरकारी कोई मदद नही मिली। और समय से सभी ग्रामीणों को पानी मिला।

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