उत्तराखण्ड
100 वर्ष पूर्ण होने पर श्री रामलीला कमेटी द्वारा विशाल विजय दशमी उत्सव की तैयारियां जोरो पर
-24 अक्टूबर को रोड़ी बेलवाला मैदान पर भव्य एवं विशाल विजय दशमी मेले का होगा आयोजन
-कमेटी द्वारा दो पुतले 70 फिट का रावण का पुतला तथा 60 फूट का मेघनाद का पुतला बनवाया गया
हरिद्वार। हरिद्वार बड़ी रामलीला कमेटी हरिद्वार द्वारा भव्य एवं विशाल विजय दशमी उत्सव की तैयारियां जोरो पर। श्री राम लीला कमेटी द्वारा दिनांक 24 अक्टूबर 2023 को रोड़ी बेलवाला मैदान पर भव्य एवं विशाल विजय दशमी मेले का आयोजन किया जा है। इस उपलक्ष में कमेटी द्वारा दो पुतले 70 फिट का रावण का पुतला तथा 60 फूट का मेघनाद का पुतला बनवाया गया है जो कि मंगल सेन एवं उनकी टीम के कारीगर निवासी मुरादनगर द्वारा बनाया जा रहा है। इस वर्ष आतिशबाजी का प्रोग्राम भी आदिवित्य होगा। इस अवसर पर दशहरा मैदान पर राम रावण युद्ध का सफल मंच्चन किया जाएगा तथा दशहरा मेले पर पहुंचे अतिथियों का कमेटी के पदाधिकारियों ने स्वागत किया जाएगा। अध्यक्ष वीरेन्द्र चड्ढा ने अवगत कराया कि मैदान पर तीन बड़े मंच बनाए जायेंगे जिसमें से एक पर राम रावण युद्ध का मंचन होगा तथा बाकी दो पर राम एवम रावण के दरबार लगेंगे। मंच का संचालन संदीप कपूर एवम विनय सिंघल द्वारा किया जायेगा तथा दिग्दर्शक भगवत शर्मा द्वारा राम रावण युद्ध का निर्देशन किया जायेगा।
उत्सव की सारी व्यवस्था को संभालेंगे
कमेटी के पदाधिकारी सुनील भसीन रवि कांत अग्रवाल, महाराज सेठ, ऋषभ मल्होत्रा, रविंद्र अग्रवाल, कन्हैया खेवड़िया, विकास सेठ, विशाल गोस्वामी, विशाल मूर्ति भट्ट, सुनील वधावान, रमेश खन्ना, पवन शर्मा आदि उपस्थित रहकर सारी व्यवस्था को संभालेंगे।
श्रीराम-केवट संवाद, दशरथ मरण और भरत मिलाप की लीला का हुआ मंचन, कलाकारों के अद्भुत अभिनय को देखकर भाव-विभोर हुए दर्शक
-दशरथ मरण का दृश्य देखकर दर्शकों की आंखों से अश्रुधारा बह निकली
हरिद्वार। हरिद्वार में आयोजित बड़ी रामलीला महोत्सव के नो वें दिन नौका लीला में श्रीराम-केवट संवाद, दशरथ मरण और भरत मिलाप की लीला का मंचन किया गया। कलाकारों के अद्भुत अभिनय को देखकर दर्शक भाव-विभोर हो गए। हरिद्वार श्री रामलीला कमेटी की ओर से आयोजित रामलीला में कलाकारों ने श्रीराम के वन में पहुंचने से पूर्व श्रीराम-केवट संवाद का मंचन किया। इसके अलावा राजा दशरथ-श्रवण संवाद और दशरथ मरण का मंचन भी कलाकारों ने किया। दशरथ मरण का दृश्य देखकर दर्शकों की आंखों से अश्रुधारा बह निकली। वहीं लीला के अंत में श्रीराम और भरत का मिलाप दिखाया गया। इस दृश्य ने भी दर्शकों को भावुक कर दिया। इसके बाद भरत श्रीराम के खड़ाऊ लेकर वन से अयोध्या की ओर लौट जाते हैं। इस अवसर पर रामलीला मंच्चन का अवलोकन करने पहुंचे अतिथियों का कमेटी के पदाधिकारियों ने स्वागत किया मंच का संचालन संदीप कपूर एवम विनय सिंघल ने किया। दिग्दर्शक भगवत शर्मा एवम कमेटी के पदाधिकारी वीरेन्द्र चड्ढा, सुनील भसीन रवि कांत अग्रवाल, महाराज सेठ ऋषभ मल्होत्रा, रविंद्र अग्रवाल, कन्हैया खेवड़िया, विकास सेठ, विशाल गोस्वामी, विशाल मूर्ति भट्ट, सुनील वधावान, रमेश खन्ना आदि उपस्थित रहे। मंचन करने वाले कलाकारों में साहिल मोदी, जयंत गोस्वामी, मनोज शर्मा, अंकित, मुकेश तिवारी, संजीव तिवारी, अंशु कोरी, पवन सीखोला, राजा नयन, राघव, सीटू गिरी, शिखर जोहरी, रुपाली, वर्षा, हरी चंद आदि मौजूद रहे।