Connect with us

उत्तराखण्ड

माले ने दिया हल्द्वानी काठगोदाम नगर निगम चुनाव में मेयर पद पर कांग्रेस प्रत्याशी ललित जोशी को समर्थन,

सभी वाम, प्रगतिशील, लोकतांत्रिक संगठनों व आम जनता से कांग्रेस उम्मीदवार ललित जोशी को वोट देकर जिताने की अपील

हल्द्वानी। भाकपा (माले) ने काठगोदाम- हल्द्वानी नगर निगम चुनाव में मेयर पद पर कांग्रेस प्रत्याशी ललित जोशी को समर्थन देते हुए सभी वामपंथी, प्रगतिशील, लोकतांत्रिक संगठनों व आम जनता से ललित जोशी को वोट देकर जिताने की अपील की है। यह वक्तव्य भाकपा माले नेताओं की हल्द्वानी में निजी आवास पर हुई एक बैठक से जारी किया गया। इस आशय की जानकारी भाकपा माले के नैनीताल जिला सचिव डा कैलाश पाण्डेय ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से दी।

माले नेताओं ने कहा कि, भाजपा की जनविरोधी नीतियों, जनता के बीच धार्मिक विभाजन, घृणा और वैमनस्य की राजनीति को शिकस्त दिया जाना जरूरी है। भाजपा के राज में हल्द्वानी समेत पूरे राज्य में जिस तरह बिना किसी मुआवजे और विस्थापन के गरीबों के आशियाने पर बुलडोजर चलाया जा रहा है और मुख्यमंत्री जिस तरह से लैंड जेहाद, थूक जेहाद जैसी संविधान विरोधी सांप्रदायिक भाषा बोल रहे हैं ऐसे में नगर निकाय चुनावों में भाजपा की हार उसके सांप्रदायिक एजेंडे पर करारी चोट साबित होगी। मुख्यमंत्री धामी नगर निकाय चुनावों के माध्यम से जिस भाजपाई ट्रिपल इंजन की बात कर रहे हैं उसकी मार हल्द्वानी की जनता विगत दस साल से झेल रही है। विगत दस वर्षों से हल्द्वानी नगर निगम की जनता पानी के संकट, बदहाल सड़कों, संकट ग्रस्त सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा, ट्रचिंग ग्राउंड से लगातार उठता धुआं, सड़क के गड्ढों से लगातार होती दुर्घटनाएं, आवारा गोवंश से दुर्घटनाएं, बिना मुआवजे गरीबों के आवास ध्वस्त होने जैसी कई समस्याओं से लगातार जूझ रही है लेकिन भाजपा का नगर निगम ट्रिपल इंजन कहीं भी जनता के पक्ष में खड़ा नजर नहीं आया। दरअसल उत्तराखण्ड सरकार के मुख्यमंत्री धामी बेरोजगारी, महंगाई, अपराधों का बढ़ता ग्राफ, नशा, महिला सुरक्षा और सम्मान, सड़क सुरक्षा, शिक्षा, स्वास्थ्य, खनन माफिया पर अंकुश लगाने समेत हर मोर्चे पर फेल होने के बाद नगर निकाय चुनावों में जीत से राहत की आस लगा रहे हैं जिसको राज्य की जनता सफल नहीं होने देगी।

भाकपा माले नेताओं ने कहा कि, हल्द्वानी नगर निगम चुनाव प्रचार में भाजपा ने नगर के विकास के हर मुद्दे को किनारे कर धार्मिक विभाजन के आधार पर जीतने की जो मुहिम चला रखी है वह इस नगर निगम के पूरे सामाजिक ताने बाने को ध्वस्त करने की कवायद है जिस पर रोक लगाने के लिए भाजपा की मेयर पद पर हार होनी बहुत जरूरी है। इसलिए भाकपा माले जनता से कांग्रेस प्रत्याशी ललित जोशी को समर्थन और वोट देकर मेयर पद पर जिताने की अपील करती है।

मीटिंग में भाकपा माले केंद्रीय कंट्रोल कमीशन के चेयरमैन राजा बहुगुणा, ऐक्टू प्रदेश महामंत्री के के बोरा, माले नैनीताल जिला सचिव डा कैलाश पाण्डेय, यतीश पंत, प्रकाश फुलोरिया, महेश टम्टा, चंद्रशेखर भट्ट, एन डी जोशी शामिल रहे।

Ad
Continue Reading
You may also like...

More in उत्तराखण्ड

  • उत्तराखण्ड

    परिवहन विभाग की प्रवर्तन कार्रवाई में 144 वाहनों के चालान कर 04 वाहन सीज,

    By

    हल्द्वानी डॉ गुरदेव सिंह संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन एवं सड़क सुरक्षा) हल्द्वानी के निर्देशन पर पर्वतन...

  • उत्तराखण्ड

    ब्लू टूथ के एवं नए फीचर के साथ होंडा ने लॉन्च की नई 2025 एक्टिवा 125,.स्कूटर बोले तो एक्टिवा’,

    By

    हल्द्वनी, : होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया (HIMSI) ने आज एक्टिवा 125 का नया 08028-अनुपालक संस्क्रण...

  • उत्तराखण्ड

    समाजसेवी जौलजीबी धारचूला शकुंतला दताल द्वारा जिलाधिकारी विनोद गोस्वामी से भेंटकर, घस्कु से कुरीला मोटर मार्ग निर्माण किए जाने हेतु ज्ञापन माननीय मुख्यमंत्री जी को प्रेषित गया,

    By

    ,पिथौरागढ़, माननीय मुख्यमंत्री जी को जिलाधिकारी विनोद गोस्वामी के माध्यम से घस्कु से कुरीला मोटर मार्ग...

  • उत्तराखण्ड

    भक्ति का सुगंध बिखेरते हुए 58वें निरंकारी सन्त समागम का सफलतापूर्वक समापन

    By

    जीवन का उद्देश्य केवल भौतिक उपलब्धियों में नहीं बल्कि आत्मिक उन्नति में निहित है सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज हल्द्वानी ‘‘जीवन का उद्देश्य केवल भौतिक उपलब्धियों में नहीं बल्कि आत्मिक उन्नति में निहित है।’ये उद्गार निरंकारी सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज ने महाराष्ट्र के 58वें वार्षिक निरंकारी सन्त समागम के तीसरे एवं समापन दिवस पर लाखों की संख्या में उपस्थित मानव परिवार को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए। इस तीन दिवसीय समागम का कल रात विधिवत रूप में सफलता पूर्वक समापन हो गया। सतगुरु माता जी ने आगे कहा कि मनुष्य जीवन को इसलिए ऊँचा माना गया है, क्योंकि इस जीवन में आत्मज्ञान प्राप्त करने की क्षमता है। परमात्मा निराकार है, और इस परम सत्य को जानना मनुष्य जीवन का परम लक्ष्य होना चाहिए। अंत में सतगुरु माता जी ने फरमाया कि जीवन एक वरदान है और इसे परमात्मा के साथ हर पल जुड़कर जीना चाहिए। जीवन के हर पल को सही दिशा में जीने से ही हमें आत्मिक सन्तोष एवं शान्ति मिल सकती है, हम असीम की ओर बढ़ सकते हैं। इसके पूर्व समागम के दूसरे दिन सतगुरु माता जी ने अपने अमृत वचनों में कहा कि जीवन में भक्ति के साथ कर्तव्यों के प्रति जागरुक रहकर संतुलित जीवन जियें यह आवाहन सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज ने पिंपरी पुणे में आयोजित 58वें वार्षिक निरंकारी सन्त समागम के दूसरे दिन शाम को सत्संग समारोह में विशाल रूप में उपस्थित श्रद्धालुओं को किया। सतगुरु माताजी ने फरमाया कि जैसे एक पक्षी को उड़ने के लिए दोनों पंखों की आवश्यकता होती है, वैसे ही जीवन में भक्ति के साथ साथ अपनी सामाजिक एवं पारिवारिक जिम्मदारियों को निभाना अति आवश्यक है। यदि कोई केवल भक्ति में ही लीन रहते हैं और कर्मक्षेत्र से दूर भागने का प्रयास करते हैं तो जीवन संतुलित बनना सम्भव नहीं। दूसरी तरफ भक्ति या आध्यात्मिकता से किनारा करते हुए केवल भौतिक उपलब्धियों के पीछे भागने से जीवन को पूर्णता प्राप्त नहीं हो सकती। सतगुरु माताजी ने आगे समझाया कि वास्तव में भक्ति और जिम्मेदारियों का निर्वाह का संतुलन तभी सम्भव हो पाता है जब हम जीवन में नेक नीयत, ईश्वर के प्रति निष्काम निरिच्छित प्रेम और समर्पित भाव से सेवा का जज्बा रखें। केवल ब्रह्मज्ञान प्राप्त करना काफी नहीं, बल्कि उसे अपने जीवन में अपनाना भी आवश्यक है। एक उदाहरण के द्वारा सतगुरु माता जी ने समझाया कि जैसे कोई दुकानदार अपने काम को पूरी ईमानदारी और संतुलन के साथ करता है, ग्राहक को मांग के अनुसार सही नापतोल करके माल देता है और उसका उचित मूल्य स्वीकारता है। अपने कार्य में पूरी तरह से संतुलन बनाए रखता है। इसी तरह भक्त परमात्मा से जुड़कर हर कार्य उसके अहसास में करता रहता है, सत्संग सेवा एवं सिमरण को प्राथमिकता देता है, यही वास्तविकता में भक्ति का असली स्वरूप है। इसके पहले आदरणीय निरंकारी राजपिता रमित जी ने अपने विचारों में कहा कि भक्ति का उद्देश्य परमात्मा के साथ एक प्रेमपूर्ण नाता जोड़ने का हो। इसके लिए संतों का जीवन हमारे लिए प्रेरणास्रोत होता है जो हमें अपनी आत्मा का मूल स्वरूप परमात्मा को जानकर जीवन का विस्तार असीम सच्चाई की ओर बढ़ाने की शिक्षा देता है। आपने बताया कि हमें अपनी आस्था और श्रद्धा को सच्चाई की ओर मोड़ना चाहिए और हर पल कदम में परमात्मा के प्रेम को महसूस करना चाहिए तभी सही मायनो में भक्ति का विस्तार सार्थक होगा। समागम की कुछ झलकियां कवि दरबार             समागम के तीसरे दिन एक बहुभाषी कवि दरबार का आयोजन किया गया जिसमें जिसका विषय था ‘विस्तार – असीम की ओर।’महाराष्ट्र के अतिरिक्त देश के विभिन्न स्थानों से आए हुए 21 कवियों ने मराठी, हिन्दी, अंग्रेजी, कोंकणी, भोजपुरी आदि भाषाओं में इस कवि दरबार में काव्य पाठ करते हुए मिशन के दिव्य सन्देश को प्रसारित किया। श्रोताओं द्वारा कवियों की भूरि भूरि प्रशंसा की गई।             मुख्य कवि दरबार के अतिरिक्त समागम के पहले दिन बाल कवि दरबार एवं दूसरे दिन महिला कवि दरबार का आयोजन लघु रूप में किया गया। इन दोनों लघु कवि दरबार कार्यक्रमों में मराठी, हिन्दी एवं अंग्रेजी भाषाओं के माध्यम से 6 बाल कवि एवं 6 महिला कवियों ने काव्य पाठ किया जिसकी श्रोताओं द्वारा अत्यधिक प्रशंसा की गई।  निरंकारी प्रदर्शनी...

Trending News

Follow Facebook Page