उत्तराखण्ड
अघोषित बेतहाशा बिजली कटौती को लेकर विधायक सुमित ने सरकार पर साधा निशाना,,
हल्द्वानी में कल रात कई घंटों तक बिजली की कटौती हुई। जिसके बाद मैंने देर रात बिजली विभाग के अधिकारियों से फ़ोन पर वार्ता की तो उन्होंने बताया कि यह बिजली कटौती मुख्यालय से ही की जा रही हैं।
इस राज्य सरकार का वित्तीय नियोजन, प्रबंधन बिल्कुल शून्य हैं। सरकार के पास बिजली खरीदने का भी पैसा नहीं हैं। विधायक निधि जो कि मार्च माह में आनी थी वो अब जा कर जुलाई माह में आई हैं तो इससे साफ प्रतीत हो रहा हैं की सरकार वित्तीय प्रबंधन को अंधेरे की तरफ धकेल रही हैं।
राज्य सरकार सिर्फ़ नारा देती है “सबका साथ-सबका विकास” लेकिन धरातल पर विकास ग़ायब हैं। भाजपा सरकार केवल धार्मिक उन्मात फैला कर राज कर रही हैं ना तो इनका विकास के प्रति कोई नियोजन हैं ना कोई संवेदनशीलता हैं और ना आम जनमानस की परेशानी की कोई चिंता हैं। आज तक महंगाई, बेरोज़गारी, नशे के ख़िलाफ़ भी राज्य सरकार ने कोई ठोस कदम नहीं उठाए।
मेरी स्व.माताजी डॉ.श्रीमती इंदिरा हृदयेश भी यहाँ काबिना मंत्री रही तब हल्द्वानी में 24 घंटे बिजली रहती थी और आज दुर्भाग्यपूर्ण विषय हैं कि कांग्रेस की सरकार राज्य में नहीं हैं अगर सरकार होती तो मैं यह विश्वास दिलाता हूँ की हल्द्वानी में एक मिनट की भी बिजली कटौती नहीं होती। मैं अपना गहरा विरोध राज्य की सरकार और विभाग दोनों के प्रति दर्ज कराता हूँ और मेरी यह माँग हैं की हल्द्वानी कुमाऊँ का प्रवेश द्वार हैं कुमाऊँ की आर्थिक राजधानी हैं और सबसे महत्वपूर्ण शहर इस कुमाऊँ का हैं। मा.मुख्यमंत्री जी तुरंत घोषणा करे की अब हल्द्वानी में बिजली कटौती बिलकुल नहीं होगी वरना कांग्रेस पार्टी के समस्त कार्यकर्ता, विधायकगण मिलकर एक भारी विरोध प्रदर्शन करेंगे।