उत्तराखण्ड
पत्रकार शंकर फुलारा ने थानाध्यक्ष और एसएसपी को लिखा पत्र, एफआईआर दर्ज करने व सुरक्षा की लगाई,,
हलद्वानी,,,पत्रकार शंकर फुलारा ने थानाध्यक्ष और एसएसपी को लिखा पत्र, एफआईआर दर्ज करने व सुरक्षा की लगाई गुहार पत्रकार शंकर फुलारा ने मनोज गोस्वामी और उसके सुरक्षाकर्मी कृष्ण कुमार से बताया जानमाल का खतरा अपराधिक प्रवृत्ति मनोज गोस्वामी पर आधे दर्जन से अधिक मुकदमे दर्जअपराधिक प्रवृत्ति के मनोज गोस्वामी को मिली सुरक्षा पर सवालिया निशान हल्द्वानी। यह घटना 4 अगस्त की है। रात्रि 9:45 बजे मनोज गोस्वामी का सुरक्षा कर्मी कृष्ण कुमार कुछ आधार कार्ड की फोटो स्टेट करने दुकान पर पहुंचता है।कृष्ण कुमार से फोटो स्टेट करने से पहले कैश पेमेंट का अनुरोध किया गया, बताया गया कि यूपीआई में प्रॉब्लम में चल रही है इसलिए आप ₹15 कैश पेमेंट करें, कृष्ण कुमार के हां कहने पर ही और फोटोस्टेट किया गया, तत्पश्चात कृष्ण कुमार ने कैश पेमेंट देने में आना की और जबरदस्ती लड़ाई झगड़े का बहाना ढूंढ कर लड़ाई झगड़ा करने लगा।दुकान पर मौजूद पत्रकार द्वारा हाथ जोड़कर होमगार्ड से निवेदन किया गया कि आप फोटो स्टेट फ्री में ले जाएं लेकिन लड़ाई झगड़ा ना करें परेशान ना करें, लेकिन खाकी वर्दी का रौप होमगार्ड कृष्ण कुमार के सर पर सवार था।उसने दुकान पर मौजूद पत्रकार को धमकी देना शुरू कर दिया। बार-बार अनुरोध करने के बाद भी कृष्ण कुमार बदतमीजी पर उतर आया और फोन कर मनोज गोस्वामी को बुलाया गया।मनोज गोस्वामी और होमगार्ड जवान कृष्ण कुमार दुकान पर मौजूद पत्रकार से लगातार बहस बाजी और बदतमीजी करते रहे।पत्रकार द्वारा दोनों से हाथ जोड़कर निवेदन किया गया कि आप लड़ाई झगड़ा ना करें और परेशान न करने का अनुरोध किया गया।लेकिन आपराधिक किस्म का मनोज गोस्वामी अपनी दबंगई पर उतर आया और साथ में उसका सुरक्षा कर्मी भी धमकी देने लगा जिसको फोन करना है कर लो हम आज तुझे बताएंगे।रात्रि के नौ बज चुके थे घर जाने का समय हो चुका था। दुकान पर मौजूद पत्रकार घर जाने के लिए दुकान बंद करने लगा और दुकान की लाइट बंद कर जैसे ही डोर लॉक करने लगा मनोज गोस्वामी ने डोर लॉक नहीं करने दिया और कहने लगा कि अभी और लोगों को बुलाया है आज तुझे बताएंगे कि उलझना क्या होता है।मनोज गोस्वामी ने अपना फेसबुक लाइव कर दुकान की रिकॉर्डिंग और अनाप-शनाप अनर्गल बातें अपने फेसबुक पेज के माध्यम से कहने लगा।दुकान पर मौजूद पत्रकार जान का खतरा भापकर दुकान खुली छोड़कर जिसको मनोज गोस्वामी और होमगार्ड जवान कृष्ण कुमार ने बंद नहीं करने दिया।पत्रकार ने मुखानी थाना जाना ही उचित समझा। और मनोज गोस्वामी से कहा कि मैं मुखानी थाने जा रहा हूं।लेकिन ऊंचा पुल के आसपास पहुंचने पर स्कूटी धोखा दे गई स्कूटी बंद हो गई और स्टार्ट नहीं हो रही थी।काफी समय बर्बाद होने के बाद स्कूटी स्टार्ट हुई। पत्रकार वापस दुकान पर आया तो वहां पर कोई भी मौजूद नहीं था।थक हारकर दुकान के बाहर से ही पत्रकार ने एसएसपी नैनीताल और मुखानी थाना अध्यक्ष को फोन के माध्यम से घटनाक्रम से अवगत कराया तत्पश्चात 112 गाड़ी पहुंची।मनोज गोस्वामी द्वारा फेसबुक के माधम से किए गया दुकान का दुष्प्रचार पर पत्रकार के मित्रों ने 5 अगस्त 2024 को बताया कि फेसबुक पर मनोज गोस्वामी नाम के आपकी दुकान का गलत प्रचार किया है। मनोज गोस्वामी के बारे में जब तहकीकात की गई तो पता चला कि मनोज गोस्वामी एक आपराधिक प्रवृत्ति का बदमाश है। और इसका काफी लंबा चौड़ा अपराधिक इतिहास है। इसके ऊपर आधा दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज हैं।जिसका काम लोगों को डरना धमकाना और झूठे मुकदमों में फसाना और वसूली करना है। अपराधिक प्रवृत्ति के मनोज अधिकारी व होमगार्ड कृष्ण कुमार पर पत्रकार संगठनों ने की कड़ी कार्रवाई की मांग। थानाध्यक्ष से मिले पत्रकार।पत्रकार शंकर फुलारा के साथ हुई घटना व्यापार मंडल ने जताई नाराजगी। थानाध्यक्ष से मिले व्यापारी नेता।एकता व्यापार मंडल ने कहां दुकानों में ऐसी अराजकता बर्दाश्त नहीं, ऐसे अपराधिक प्रवृत्ति के लोगों पर कड़ी कार्रवाई की मांग।कड़ी कार्रवाई नहीं करने पर दी आंदोलन की चेतावनी।