उत्तराखण्ड
वर्ष 2000 में उत्तर प्रदेश के संस्कृति मंत्री रहते हुए डा निशंक ने ही पहली बार रामगढ़ स्थित टैगोर टॉप में गुरुदेव के खंडहर हो चुके आवास के जीर्णोद्धार के लिये 50 लाख रुपये का अनुदान स्वीकरत किया था अजय भट्ट
केन्द्रीय विश्वविद्यालय विश्वभारती की स्थापना के शताब्दी वर्ष में रामगढ़ (उत्तराखण्ड) में विश्वभारती के परिसर की स्थापना के निर्णय पर हर्ष व्यक्त करते हुए केंद्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्य मंत्री तथा माननीय सांसद नैनीताल-ऊधमसिंह नगर श्री अजय भट्ट जी ने देश के प्रधानमंत्री माननीय श्री नरेंद्र मोदी जी तथा प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी जी सहित इस मुहिम को यथार्थ में बदलने के लिये पूर्व केन्द्रीय शिक्षा मंत्री, भारत सरकार डा० रमेश पोखरियाल निशंक जी के प्रति विशेष आभार व्यक्त किया है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2000 में उत्तर प्रदेश के संस्कृति मंत्री रहते हुए डा निशंक ने ही पहली बार रामगढ़ स्थित टैगोर टॉप में गुरुदेव के खंडहर हो चुके आवास के जीर्णोद्धार के लिये 50 लाख रुपये का अनुदान स्वीकरत किया था। तबसे ही राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर गुरुदेव की इस विरासत को बचाने के लिये डा० निशंक द्वारा प्रयास किए जाते रहे है। यह उत्तराखण्ड का सौभाग्य है कि उनके केन्द्रीय शिक्षा मंत्री रहते हुए ही विहशवभारती विश्वविद्यालय की सर्वोच्च ईकाई, कार्यपरिषद, जिसके अध्यक्ष माननीय प्रधान मंत्री श्री मोदी जी द्वारा 10 जून 2020 को रामगढ़ में विश्वभारती के परिसर की स्थापना का ऐतिहासिक निर्णय लिया गया। निशंक जी के कार्यों एवं प्रयासों से ही प्रेरित होकर मेरे द्वारा लोकसभा में इस विषय को रखते हुए पूरे देश का ध्यान इस ओर आकर्षित किया गया। अतः नैनीताल क्षेत्र के सांसद होने के नाते नैनीताल की जनता की ओर से उनके प्रति विशेष आभार व्यक्त करना मैं अपना परम कर्तव्य समझता हूँ। श्री अजय भट्ट ने आगे कहा कि इस उपलब्धि के लिये रामगढ़ क्षेत्र की जनता, हिमालयन एजुकेशनल रिसर्च एंड डेवलपमेंट सोसायटी तथा शांतिनिकेतन ट्रस्ट फॉर हिमालाया के द्वारा किए गए प्रयास भी सराहनीय रहे है, जिन्होंने गुरुदेव की रामगढ़ स्थित विरासत को संरक्षित रखने तथा देश दुनिया का ध्यान इस ओर आकर्षित करने के लिये विगत 6-7 वर्षों से गुरुदेव के जन्मोत्सव तथा राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी जैसे कार्यक्रमों को यहाँ आयोजित किया।