उत्तराखण्ड
सनातन एड इंडिया के वालंटियर द्वारा श्रीमद् भागवत में श्रद्धालो को ग्राम वासियों को लंगर करवाया ,
सनातन एड इंडिया के वालंटियर १६ किलोमीटर की पैदल यात्रा करके पहाड़ की चोटी पर स्थित देवगुरु मंदिर में अपनी भागीदारी निभाई एवं श्रीमद् भागवत का आयोजन किया जा रहा था जिसमे कथावाचक स्वामी ज्योतिमार्यानंद के द्वारा श्रीमद् भागवत कथा महात्म्य यज्ञ महापुराण की कथा की जा रही है, कथावाचक स्वामी ज्योतिमार्यानंद ने अपने मुखारबिंद से कहा कि संस्कारों से परिवार का लालन पालन किया जाता है और वंश की परवरिश से पता चलता है कि संस्कार कैसे है,एक पिता अपने परिवार के लिए हम सब कुछ कुर्बान कर देता है आज बालक सारी हदे को पर अपनी परंपरा को भूल कर अन्य जाति से जुड़ना चाहता है,क्यू वो उसके मन को भा गई मॉडन समाज में एक चलन सा हो गया है मां बाप भी अपनी औलाद के आगे बेबस हैं क्यू वो धमकी देता है नहीं करोगे तो मैं अपनी जीवनलीला समाप्त कर लूंगा,,लेकिन मां बाप की मजबूरी समझ लो या उनके कर्मो का फल मान लो और ये आजकल जो आम बात हो गई है कि दूसरे समाज के लड़के पहाड़ की लड़कियों को बहका के ले जा रहे हैं ऐसी घटनायें ना हो सकें इस दौरान सनातन एड इंडिया की तरफ़ से ग्राम वासियों को लंगर करवाया गया डॉक्टर भारत भूषण ने कहा कि सेवा की धर्म है तथा ऐसे महापुरुष जो अपनी बाणी से जगत का कल्याण करते है और हमें भी सेवा का अवसर मिलता है जीवन उन मूल्यों से भरा हुआ है जिसका उल्लेख नहीं किया जा सकता,लेकिन संत महापुरषों की सेवा का अवसर मिलता रहे तो ये अति फलदायक होता है , इस पर उत्तम सिंह नयाल (ज़िला कार्यवाह आरएसएस) दीपक नयाल जी एवं अन्य वॉलंटियर्स मौजूद रहे ।