उत्तराखण्ड
हलद्वानी में दवा कारोबारी के घर में ई डी का छापा ,,,
बनमीत नरूला जो सिडगुल में एक दवाई की फैक्ट्री चलाया करता था,, बैंक से ऋण लिया हुआ लेकिन दवाई की फैक्ट्री न चलने की वजह से उस पर काफी कर्ज हो गया था जिसके चलते उसने विदेश जाने का प्रोग्राम बना लिया, और उसी बीच से विदेश चला गया लेकिन फैक्ट्री चल रही और रुद्रपुर से ड्रग सप्लाई का धंधा चलता रहा इंटरपोल एसेंसियो को शक हुआ तो इस बीच इनका रुद्रपुर कोतवाली ने एक कर्मचारी पकड़ा गया,, तथा उस समय भी इंटरपोल एजेंसी ने भारत को सूचना दी गई थी दवाइयों की आड़ में ड्रग सप्लाई हो रही लेकिन खुफिया एजेंसियों से के गंभीरता से नहीं लिए अभी पिछले महीने से फिर हल चल शुरू हुई तो हल्द्वानी का खुफिया एजेंसियों की छानबीन शुरू हुई तथा उन्होंने इस रिपोर्ट बनाकर भेजी गई थी लेकिन एक सेंट्रल जांच एजेंसी ने आज जांच शुरू की है, हल्द्वानी से निकलकर एक शख्स रातों रात इंटरेशनल ड्रग माफिया बन गया और सीधे अमेरिका और ब्रिटेन जैसी ताकतों को चुनौती देने लगा तो आपको यकीन नहीं आएगा, लेकिन ये बात सच है। इस इंटरनेशनल ड्रग्स किंग की कहानी आपको भी हैरान कर देगी।
बनमीत 15 करोड़ डॉलर का मालिक है, जो इसने पिछले दस सालों में कमा डाले। वो भी सीधे उत्तराखंड में हल्द्वानी के इस तिकोनिया इलाके से अमेरिका जाकर नशे का धंधा कर 40 साल के बनमीत सिंह का ये कारनामा आपको हैरान कर देगा। बनमीत ने इंग्लैंड में रहते हुए विश्व की सबसे बड़ी ताकत अमेरिका के पचास राज्यों में डार्क वेब के जरिए अपने पैर पसारे और प्रतिबंधित दवाओं और ड्रग्स का जाल फैला दिया। उत्तराखंड पुलिस अब इसका रिकॉर्ड खंगाल रही है, और आज हल्द्वानी शहर में बनमीत के घर ईडी का छापा पड़ा है।
इंटरनेशनल ड्रग माफिया के देवभूमि कनेक्शन की कहानी हैरान करने वाली है। दरअसल बनमीत के ड्रग कनेक्शन के चलते उसकी गिरफ्तारी साल 2019 में इंग्लैंड में हुई। 2023 में अमेरिकी जांच एजेंसी ने उसे रिमांड पर लिया। जिसके सामने बनमीत ने अमेरिका में प्रतिबंधित ड्रग फेंटेनाइल, एलएसडी, एक्सटेसी, जेनेक्स, केटामाइन और ट्रामाडोल जैसी अनेकों दवाओं और ड्रग्स की सप्लाई की बात कबूल की है। जिसके बाद उसे आठ साल कैद की सजा हुई है। हैरानी की बात ये है कि उसके पास ड्रग्स से कमाए 15 हजार करोड़ डॉलर हैं।