उत्तराखण्ड
प्रकृति की खूबसूरती से हरियाली Dr संतोष मिश्रा
विश्व पृथ्वी दिवस पर कुंतीपुरम, हिम्मतपुर तल्ला निवासी गीता मिश्र ने घर आंगन को हरा-भरा बनाए रखने के लिए अपने परिवार के साथ स्थानीय पौधों का रोपण किया। इस अवसर पर उन्होंने प्रकृति प्रेमियों से आग्रह किया कि अपने घर की हरियाली के लिए विदेशी पौधों की जगह स्थानीय पौधों को लगाने का प्रयास करें। परिवेश में स्वतः ही उग आने वाले ऐसे पौधों को देखरेख की जरूरत भी नहीं पड़ती है, उनमें कीटों का प्रकोप भी न के बराबर होता है और उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी कमाल की होती है। विश्व पृथ्वी दिवस के अवसर पर ऐसे ही कुछ पौधों का रोपण किया गया जिसमें बेडू, तिमिला, शहतूत, करी पत्ता, नीम आदि प्रमुख हैं। ये सभी पौधे हरियाली के साथ- साथ प्राचीन काल से ही हमारे पूर्वजों द्वारा औषधि, हरे चारे और कर्मकांड आदि के लिए प्रयोग में लाए जाते रहे हैं। इन पौधों के फल चिड़ियों को भी बहुत पसन्द हैं। पौधरोपण में परिवार के सदस्यों सन्तोष मिश्र, शिवानी मिश्र और हिमानी मिश्र ने सहयोग किया।