कुमाऊँ
निजी स्कूलों से जबरन बसें मांगना सरकार की तानाशाही दीपक बल्यूटिया,,
ईजा-बैंणी कार्यक्रम को लेकर च्यला-चेली की अनदेखी
-शहर के स्कूलों की छुट्टी करना सरकार की उदासीनता
-निजी स्कूलों से जबरन बसें
मांगना सरकार की तानाशाही
हल्द्वानी। कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता दीपक बल्यूटिया ने शहर में गुरुवार को आयोजित ईजा-बैंणी कार्यक्रम को लेकर च्यला-चेली (बेटा-बेटी) की अनदेखी करने का आरोप प्रदेश सरकार पर लगाया है। उनका आरोप है कि सरकार और भाजपा संगठन ने अपने इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए निजी स्कूलों पर तानाशाही रवैया अपनाते हुए जबरन बसें ले ली हैं। और नगर के स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी है।
बल्यूटिया ने कहा कि किसी भी सरकारी कार्यक्रम के लिए स्कूलों में छुट्टी करना कहां का न्याय है? इन दिनों अधिकांश स्कूलों में बच्चों के यूनिट टेस्ट (यूटी) चल रहे हैं। हाई स्कूल और इंटरमीडिएट के बच्चे बोर्ड परीक्षा की तैयारी में जुटे हुए हैं, ऐसे में जबरन स्कूलों की छुट्टी कर देना बच्चों का अहित करना है। ऊपर से निजी स्कूलों से जबरन बसें मांगी गई हैं। आरटीओ के माध्यम से सभी स्कूलों से बेस मांगी गई हैं। इसमें तेल और स्टाफ का पूरा खर्चा स्वयं स्कूल स्वामियों को बहन करना होता है। उन्होंने प्रदेश सरकार के इस आयोजन पर कटाक्ष करते हुए कहा कि ईजा-बैंणी का सम्मान करना अच्छी बात है लेकिन सम्मान के नाम पर महज ग्रामीण क्षेत्र से महिलाओं को बसों में भरकर यहां ले आने से क्या सुदूर ग्रामीण अंचलों में रह रही महिलाओं की दशा और दिशा सुधर जाएगी इस पर भी सरकार को जवाब देना चाहिए। इससे साफ प्रतीत होता है कि ऐसे आयोजन कर सरकार सिर्फ सरकारी धन का दुरुपयोग कर वाहवाही बटोरना चाहती है।