उत्तराखण्ड
पेयजल कर्मचारियों ने दी आंदोलन चेतावनी,,
राकेश जलोत्रा
पेयजल को निजीकरण को लेकर शहरी विकास एजेंसियों को पेयजल सीवरेज के काम देने की चौतरफा विरोध शुरू हो गया है पेयजल कर्मचारी संयुक्त मोर्चा 20 जनवरी से आंदोलन का ऐलान किया है सरकार पेयजल एजेंसियों का एकीकरण करते हुए पेयजल को राजकीय विभाग बनाने का दबाव बनाया जा रहा है देहरादून जल निगम डिप्लोमा इंजीनियर्स संघ ने एकता भवन में एक आयोजित बैठक की गई जिसमे संयोजक रमेश बिंजोला ने कहा कि राज्य में पेय जल को राजकीय विभाग को लगातार कमजोर किया जा रहा है उत्तराखंड में अपनी सरकारी पेय जल एजेंसियां होने के बावजूद शहरी विकास को अरबों के काम सौपे गए हैं जिसके पास एक अपना एक भी कामचारी ,इंजीनियर नही है समन्वय समिति के अध्यक्ष जितेंद्र सिंह देव ने कहा कि शहरी विकास की एजेंसी से काम कराने से भविष्य में एक बड़ा संकट पैदा होगा जिसको लेकर चरणबद्ध आंदोलन शुरू किया जायेगा जिसमे 20 जनवरी को राज्य के सभी जल निगम एवम जल संस्थान के कर्मचारियों पेंसेंसर्स का हर जिले में धरना ,धरने के कारण काम बाधित न हो इसके लिए सामान्य दिनों में पांच से सात बजे तक अतिरिक्त काम किया जायेगा 21से 22जनवरी को सभी शहरों से मुक्यमंत्री को ज्ञापन भेजा जाएगा 23,से24,,जनवरी को प्रदेश में भर में धरने के डीएम, एसडीएम तहसीलदार के माध्यम से सीएम को ज्ञापन देंगे 27 जनवरी को सभी जिलों में धरना प्रदर्शन के साथ कार्य का बहिष्कार किया जायेगा ,बैठक में विजय खाली अजय बेलावल सुभाष धन सिंह रावत वीरेंद्र पाल मनोज कुमार शर्मा आदि कर्मचारी मौजूद थे