उत्तराखण्ड
रामगढ़ उद्यान भूमि में दूसरे दिन भी जारी रहा धरना प्रदर्शन
भवाली। रामगढ़ उद्यान भूमि बचाओ संघर्ष समिति ने दूसरे दिन भी अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन जारी दखा। रविवार को भी जनप्रतिनिधियों ने सरकार होश में आओ, उद्यान भूमि वापस लो नारे लगाए।
ग्रामीणों ने कहा कि सरकार कृषि कार्य के लिए जमीन हस्तांतरण कर सकती है। उद्योग लगाने के लिए जनता किसी हाल में सहमत नही होगी। कहा उत्तराखंड का निर्माण हिमांचाल की तर्ज पर उत्तराखंड को भी विकसित किया गया था। हमारी सरकारें भूमि व संसाधनों को बेचने का काम कर रही है। यहां भौगोलिक क्षेत्र होने से पर्यटक हमेशा आता है, फ्रूट प्रोसैसिंग के क्षेत्र में कार्य करे। सरकार जोशीमठ केदारनाथ इस क्षेत्र बनाने में तुली है। प्रदेश आपदा से जूझ रहा है। सरकार जमीन अपने हाथों में लेकर ग्रामीणों के हित में कार्य करे। उद्यान की 4.4 एकड़ जमीन जनता को छल कर हस्तांतरित कर दी। मानकों के अनुसार 80 फीसदी जनता से राय लेना जरूरी था। सरकार की मंशा निजी स्वार्थ होना बताया रही है। कहा कि अगर सरकार ने नही सुनी तो आमरण अनशन कर सड़क जाम कर उग्र आंदोलन किया जाएगा।
इस दौरान गोपाल बिष्ट, दीपांशु सेन, नवाब हुसैन, पृथ्वी राज सिंह, जीवन चन्द्र, आकांक्षा बिष्ट, मानिक जोशी, मुन्ना दरमवाल, जीवन चन्द्र डालाकोटी, विमल पाण्डे, अभय पाण्डे, देवेंद्र मेर आदि रहे।