उत्तराखण्ड
लालकुआं विधानसभा क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं की हालत खस्ता
• लालकुआं विधानसभा क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं की हालत खस्ता
• बिन्दुखत्ता और लालकुआं के सरकारी अस्पतालों का उच्चीकरण कर सारी स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराई जायँ : जंगी
• भाजपा डबल इंजन सरकार हर मोर्चे पर फेल है तब इस सरकार की किस उपलब्धि का ढोल पीटने मोदी जी हल्द्वानी आ रहे हैं
उत्तराखण्ड के आगामी विधानसभा चुनाव में वामपंथ समर्थित भाकपा (माले) के लालकुआं विधानसभा उम्मीदवार बहादुर सिंह जंगी का सघन जनसंपर्क अभियान जारी है। बिंदुखत्ता क्षेत्र में भ्रमण के दौरान पाया गया कि बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था के चलते आम गरीब लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बिन्दुखत्ता में सरकारी अस्पताल का तो यह आलम है कि न तो वहाँ कोई सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं और अस्पताल में जो पांच बैड हैं वो भी जर्जर हालत में हैं। माले उम्मीदवार बहादुर सिंह जंगी ने सरकारी अस्पताल की ऐसी हालत पर निराशा व्यक्त करते हुए कहा कि, “एक ओर कोरोना महामारी पुनः दस्तक दे रही है दूसरी ओर सरकार की तैयारियों का आलम यह है कि बिन्दुखत्ता के अस्पताल में कोई भी सुविधा उपलब्ध नहीं है। जो सुविधायें थीं भी वो भी टूटी फूटी अवस्था में हैं। ऐसे में कैसे अस्सी हजार से अधिक की आबादी की स्वास्थ्य जरूरतों को पूरा करते हुए रक्षा की जाएगी यह समझ से परे है।” उन्होंने मांग की कि, “बिन्दुखत्ता और लालकुआं के सरकारी अस्पतालों का उच्चीकरण कर सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जायँ। बिंदुखत्ता के अस्पताल को सौ बैड के अस्पताल में परिणित कर विशेषज्ञ डॉक्टरों की नियुक्ति की जाय।”
वरिष्ठ किसान नेता जंगी ने आगे कहा कि, “उत्तराखंड राज्य बने हुए इक्कीस वर्ष बीतने के बाद भी रोजगार के अवसर चौपट हैं। राज्य बनने के बाद बने सिडकुल श्रमिकों की मेहनत के लूट के अड्डे बने हुए हैं। जो कुछ रोजगार था भी वह सरकार की नोटबंदी और कोरोना लॉकडाउन की गलत नीतियों के चलते खत्म हो गया है। लेकिन सरकार जिस तरह खुद ही अपनी पीठ थपथपा कर अपने को शाबासी दे रही है वो आश्चर्यजनक है। राज्य की भाजपा डबल इंजन सरकार हर मोर्चे पर फेल है तब इस सरकार की किस उपलब्धि का ढोल पीटने मोदी जी हल्द्वानी आ रहे हैं यह शोचनीय है। यह भाजपा सरकार मोदी जी द्वारा कठपुतलियों की तरह मुख्यमंत्री बदलने के लिए ही याद की जाएगी, यही इस सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि है।”
अभियान में माले राज्य सचिव राजा बहुगुणा, कामरेड कैलाश, भुवन जोशी, ललित मटियाली, पुष्कर दुबड़िया,बिशन दत्त जोशी, नैन सिंह कोरंगा, गोविंद सिंह जीना, किशन बघरी, कमल जोशी, हरीश भण्डारी, निर्मला शाही, धीरज कुमार, त्रिलोक राम, प्रमोद कुमार, शिव सिंह, स्वरूप सिंह दानू आदि शामिल रहे।