उत्तराखण्ड
हवा हवाई निकली उत्तराखंड पूर्व मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पोर्टल पर की गई भ्रष्टअधिकारियो की शिकायतें।
रिपोर्टर सितारगंज ,आर एस गिल
पूर्व मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को शिकंजा कसने के लिए तथा जनता की समस्याओं का निराकरण करने के लिए मुख्यमंत्री पोटल का शुभारंभ किया गया था ताकि जो अधिकारी जनता की शिकायतों का निस्तारण नही कर रहे हैं वो सीधा मुख्यमंत्री पोटल पर अपनी उस अधिकारी के खिलाफ शिकायत दर्ज करवा सकते है ,पर वह सब कुछ ठंडे बस्ते में डाल दी गई है। ,ये सब पोटल पोटली में बंद हो गए हैं। ,सब कुछ हवा हवाई निकली उत्तराखंड मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पोर्टल पर की गई भ्रष्टअधिकारियो की शिकायतें।
सितारगंज ,सुना था कि किसी तरह की विभागीय शिकायतो का कानूनीतौर पर शीघ्र निराकरण/समाधान हो जाएगा। हैरानी की बात तो यह है ,जून 2021 से अबतक 4 महीने बीत जाने के बाद भी 5,6,शिकायतो का कोई भी समाधान/निराकरण नहीं हो सका।जबकि शिकायतो को बार बार रिपीट किया गया था।पता नहीं क्या cm पोर्टल के कर्मचारियों व विभागीय अधिकारियों के विरुद्ध शिकायत करनेवालों मे.कुछ दाल में काला साँठगाँठ का संदेह प्रतीत हो रहा है।भ्रष्टअधिकारियो के कान पर जूं नही रेंगती ।cm पोर्टल पर की गई शिकायतो से भ्रष्टअधिकारी बेखौफ होकर विकास कार्यों के निर्माण की कोई भी अधिकारी जाँच नहीं कर रहा है।विकास कार्यों में बाधा बने गैरकानूनी अवैध कब्जाधारी व अतिक्रमणकारियों पर कानून का प्रहार करने से अधिकारी लोग अपना दायित्व नहीं निभा रहे हैं।जबकि cm पोर्टल पर आदेश L1,L2,L3,L4,अधिकारियों को दिया जाता है। कानूनी कार्यवाही न करने पर कहीं न कहीं भ्रष्टता बदबू आना संभव लग रहा है।
लेकिन जब विकास कार्यो का निर्माणं मानकीकरण के विपरीत व डिजिटल इंडिया के वायदे मे सौंदर्यीकरण की दुर्दशा होने पर कई शिकायतों को बार बार बार रिपीट किया जा रहा है फिर भी विकास के निर्माण कार्यों व सौंदर्यीकरण की दुर्दशा तथा अवैध कब्जा/अतिक्रमण पर भ्रष्टअधिकारी चुप्पी साधे बैठे हैं मुख्यमंत्री पोर्टल पर की गई शिकायतो पर अधिकारियों को आदेश जरूर दिए जाते हैं कि L1/L2/L3/ को शिकायत कर्ता की शिकायत प्रेषित की जा रही है।वस इतना ही आदेशित कर मुख्यमंत्री हेल्पलाइन तथा भ्रष्टअधिकारी लोग बेखौफ होकर मनमानी कर चुप्पी साधे हुए हैं।
इसके अतिरिक्त अन्य कोई कानूनी कार्यवाही अमल में नहीं लाई गई।
शिकायतो का ब्यौरा इस प्रकार है
Pwd शिकायते डिवाइडर पर दुकानदार का कब्जा क्रमांक=188500 दिनांक 05.07.2021/ वाहनों का रोड पार्किंग क्रमांक= 18955 दिनांक 08.07.2021/सितारगंज मे नालियों का निर्माण कार्य असमानांतर स्टीमेट, लेवल के विपरीत/क्रमांक= 155090 दिनांक 23.06.2021/ गति वर्ष चौडाई से आधी सड़क निर्माण बजट आधी सड़क बनाने का या पूरी सडक बनाने का ,मतलब अधूरी सडक़ बनाई गई थी क्रमांक= 187468 दिनांक 01.07.2021/शहर में खटीमा रोड पर पुरानी नालियों की मरम्मत कार्य अधूरा अंदर से पलास्टर नहीं स्लैब डालकर लीपापोती क्रमांक””=188443 दिनांक=04.07.2021की कई बार शिकायतों को रिपीट किया गया।अधिकारी लोग घुमाफिरा कर उत्तर देकर टाल देते हैं।अतिक्रमण भी समानांतर से बिना हटाऐ नालियों का निर्माण कार्य प्रभावशाली लोगों के आदेशानुसार हो रहा है।
नगरपालिका मे बहुत गरीब बीपीएल परिवार को अभी तक राजीव गांधी आवास योजना द्वारा मकान नहीं मिल सका।प्रतीक्षा लिस्ट मे नाम है कि नहीं कोई जानकारी नहीं की शिकायत क्रमांक 191001 दिनांक 14.07.2021 कोई निराकरण नहीं।
नगरपालिका की गलियों में आवारा पशु पक्षी और खतरनाक आवारा कुत्तों के आतंक से और मलमूत्र से पटी मोहल्ले के सड़कें कोई प्रतिबंध नहीं क्रमांक=185096 दिनांक 23.07.2021 ।
भू अभिलेख मे शहर सितारगंज आंतरिक भाग में सिचाई की सरकारी गूलों पर अतिक्रमण/अवैध कब्जा गूलों का सफाया कहाँ गई गूलें क्रमांक= 185100 दिनांक 23.07.2021 ।
समाज कल्याण द्वारा
दी जाने वाली सहायता बीपीएल पात्र गरीब की शादी योग्य लड़की व बीमारी से जूझ रही है लेकिन समाज कल्याण विभाग ने हेल्पलाइन पर दिया गया आदेश का धुँआ ही निकल गया।क्रमांक = 214469 दिनांक 29.07.2021 कोई जवाब नहीं कोई निराकरण नहीं हाँ या न ,कुछ भी नहीं।
क्षेत्र होटलों प्रतिष्ठानों
का खाद्य सुरक्षा अधिनियम के विपरीत रोडो पर बनी भठ्ठियों से यातायात जाम की स्थिति रोडो पर भठ्ठिया्ँ पर बनती सामग्रियां, पड़ती धूल मिट्टी कोई भी।गंदे बर्तनो मे बनते खाद्य पदार्थ अधिकारी का दायित्व मूक देखरेख नहीं करता।करता होता तो सबकी भठ्ठिया्ँ प्रतिष्ठान भवन के अंदर होती ।की शिकायत क्रमांक=188418 दिनांक 04.07.21. इसका मतलब है कि हैल्पलाइन समाज सेवकों को गुमराह करने के लिए है।हेल्पलाइन का आदेश भ्रष्टअधिकारियो पर कोई प्रभावी नही।ं शिकायतो का निराकरण नहीं
10 शिकायतों को लगभग4 से 5,7बार रिपीट किया होगा ।सच्चाई के साथ शिकायत करने पर इधरउधर से उनके मित्र दबंग लोगों द्वारा शिकायत कर्ता को धमकियां दी जा रही हैं।
विकास के नाम पर निर्माण कार्य सौंदर्यीकरण मानकहीन हो रहा है।जिसमें बीजेपी सरकार कहती थी अच्छे दिन आएंगे।सब जस के तस निकले।कोई भी शिकंजा नहीं कसा जा रहा है