Connect with us

उत्तराखण्ड

38वें राष्ट्रीय खेलों की तैयारियों को लेकर मुख्य विकास अधिकारी अशोक पांडे ने विभिन्न विभागों के साथ की समीक्षा बैठक।

हल्द्वानी, 38वें राष्ट्रीय खेलों की तैयारियों को लेकर मुख्य विकास अधिकारी अशोक पांडे ने मंगलवार को जिला सहकारी बैंक सभागार में विभिन्न विभागों के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक में कई एनएचएआई, एन एच, आरटीओ, परिवहन निगम, रेलवे सहित अन्य विभागों के अधिकारियों की गैरमौजूदगी पर नाराजगी जताई और इनकी शिकायत आला अधिकारियों को देने को कहा। उन्होंने राष्ट्रीय खेलों के आयोजन को सफल बनाने के लिए जरूरी निर्देश दिए। साथ ही यह भी तय हुआ कि सीडीओ इसी हफ़्ते में रूट का स्थलीय निरीक्षण करेंगे।

सीडीओ पांडे ने कहा कि विभिन्न राज्यों से खिलाड़ी पंतनगर एयरपोर्ट, हल्द्वानी-काठगोदाम रेलवे स्टेशन, हल्द्वानी बस स्टैंड से पहुंचेंगे इसलिए इन को जोड़ने वाले सभी रूटों को दुरुस्त किया जाए। सड़कों के चौड़ीकरण, गड्ढामुक्त व सौंदर्यीकरण समय से किया जाए। इस पर लोनिवि ईई अशोक चौधरी ने बताया कि लगभग सभी सड़कों के किनारे इंटरलॉकिंग टाइल्स लगाने का काम पूरा होने को है। सड़कों पर मीडियन, मरम्मत व रंगारोगन कर दिया गया है। हल्द्वानी रेलवे स्टेशन से वर्कशॉप लेन से तिकोनिया तक नाली निर्माण, सड़क चौड़ीकरण चल रहा है, निर्धारित अवधि से पूर्व फड़-ठेले वाले भी हटा दिए जाएंगे। वहीं, जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी ने बताया कि खिलाड़ियों के विजिट वाले संभावित स्थल घोड़ाखाल, भीमताल, नैनीताल, मुक्तेश्वर रूट पर नियमित सफाई करवाई जा रही है। एक टीम गौलापार अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम के आसपास सफाई कर रही है। सीडीओ ने कहा कि नियमित कूड़ा उठान व सफाई होने से साफ-सफाई में मदद मिलेगी।

अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. श्वेता भंडारी ने बताया कि आपात, प्राथमिक व द्वितीय स्वास्थ्य टीमें तैनात कर ली गई हैं। खिलाड़ियों के उपचार के लिए स्पेशलिस्ट चिकित्सकों के विभिन्न अस्पतालों से पैनल कर लिया गया है। एसटीएच समेत अन्य अस्पतालों में नोडल एवं सह नोडल चिकित्सक भी तैनात कर दिए गए हैं। इवेंट्स के अनुसार मेडिकल टीमों की तैनाती की माइक्रो प्लानिंग भी कर ली गई है।

सीडीओ ने जिला उद्योग केंद्र से कहा कि मिनी स्टेडियम, अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम, खिलाड़ियों के ठहरने वाले होटल में उत्तराखंडी उत्पाद के स्टॉल लगाएंगे। इसके लिए डिस्पले, स्टॉल वगैरह का प्रस्ताव बनाकर बजट मांग ले ताकि समय से काम हो सके। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय खेलों का आयोजन हल्द्वानी में हो रहा है इसलिए शहर में साइनेज, दीवारों पर पेंटिंग वगैरह की जाए। इनका ज्यादा से ज्यादा प्रचार किया जाए। बैठक में जल संस्थान ईई रविशंकर लोशाली ने बताया कि पानी की निर्बाध उपलब्धता के लिए मिनी स्टेडियम में बोरिंग के अतिरिक्त पानी का कनेक्शन दिया गया है। फायर हाइड्रेंट की भी नियमित चेकिंग की जा रही है। इसके अलावा वैकल्पिक व्यवस्था में वाटर टैंकर से भी पानी की आपूर्ति की जाएगी। ऊर्जा निगम अधिकारियों ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम में अलग से फीडर लगाया जा रहा है। ट्रांसपोर्टनगर और रानीबाग से आने वाले 33 केवी की मेंटिनेंस की जा रही है ताकि बिजली कटौती नहीं हो।

सीडीओ ने डीडीओ गोपाल गिरी गोस्वामी को निर्देश दिए कि विभिन्न राज्यों से आने वाले खिलाड़ियों के जनसंपर्क अधिकारी से समन्वय स्थापित कर लें ताकि कोई परेशानी नहीं हो। उन्होंने हल्द्वानी रेलवे स्टेशन परिसर में स्वच्छता व सौंदर्यीकरण के लिए रेलवे अधिकारियों को भी राष्ट्रीय खेलों में शामिल करने के निर्देश दिए। साथ ही लोनिवि भवाली डिवीजन को माउंटने बाइकिंग के लिए भीमताल-नौकुचियाताल रोड का स्थलीय निरीक्षण कर मरम्मत के लिए प्रस्ताव बनाकर बजट की मांग के लिए कहा ताकि समय से पहले काम पूरा हो सके।

बैठक में नगर आयुक्त ऋचा सिंह, एसीएमओ डा श्वेता भंडारी, डीडीओ गोपाल गिरी, ईई लोनिवि अशोक चौधरी, जलसंस्थान रवि शंकर लोशाली सहित एनी अधिकारी मौजूद रहे।

Ad
Continue Reading
You may also like...

More in उत्तराखण्ड

  • उत्तराखण्ड

    भक्ति का सुगंध बिखेरते हुए 58वें निरंकारी सन्त समागम का सफलतापूर्वक समापन

    By

    जीवन का उद्देश्य केवल भौतिक उपलब्धियों में नहीं बल्कि आत्मिक उन्नति में निहित है सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज हल्द्वानी ‘‘जीवन का उद्देश्य केवल भौतिक उपलब्धियों में नहीं बल्कि आत्मिक उन्नति में निहित है।’ये उद्गार निरंकारी सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज ने महाराष्ट्र के 58वें वार्षिक निरंकारी सन्त समागम के तीसरे एवं समापन दिवस पर लाखों की संख्या में उपस्थित मानव परिवार को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए। इस तीन दिवसीय समागम का कल रात विधिवत रूप में सफलता पूर्वक समापन हो गया। सतगुरु माता जी ने आगे कहा कि मनुष्य जीवन को इसलिए ऊँचा माना गया है, क्योंकि इस जीवन में आत्मज्ञान प्राप्त करने की क्षमता है। परमात्मा निराकार है, और इस परम सत्य को जानना मनुष्य जीवन का परम लक्ष्य होना चाहिए। अंत में सतगुरु माता जी ने फरमाया कि जीवन एक वरदान है और इसे परमात्मा के साथ हर पल जुड़कर जीना चाहिए। जीवन के हर पल को सही दिशा में जीने से ही हमें आत्मिक सन्तोष एवं शान्ति मिल सकती है, हम असीम की ओर बढ़ सकते हैं। इसके पूर्व समागम के दूसरे दिन सतगुरु माता जी ने अपने अमृत वचनों में कहा कि जीवन में भक्ति के साथ कर्तव्यों के प्रति जागरुक रहकर संतुलित जीवन जियें यह आवाहन सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज ने पिंपरी पुणे में आयोजित 58वें वार्षिक निरंकारी सन्त समागम के दूसरे दिन शाम को सत्संग समारोह में विशाल रूप में उपस्थित श्रद्धालुओं को किया। सतगुरु माताजी ने फरमाया कि जैसे एक पक्षी को उड़ने के लिए दोनों पंखों की आवश्यकता होती है, वैसे ही जीवन में भक्ति के साथ साथ अपनी सामाजिक एवं पारिवारिक जिम्मदारियों को निभाना अति आवश्यक है। यदि कोई केवल भक्ति में ही लीन रहते हैं और कर्मक्षेत्र से दूर भागने का प्रयास करते हैं तो जीवन संतुलित बनना सम्भव नहीं। दूसरी तरफ भक्ति या आध्यात्मिकता से किनारा करते हुए केवल भौतिक उपलब्धियों के पीछे भागने से जीवन को पूर्णता प्राप्त नहीं हो सकती। सतगुरु माताजी ने आगे समझाया कि वास्तव में भक्ति और जिम्मेदारियों का निर्वाह का संतुलन तभी सम्भव हो पाता है जब हम जीवन में नेक नीयत, ईश्वर के प्रति निष्काम निरिच्छित प्रेम और समर्पित भाव से सेवा का जज्बा रखें। केवल ब्रह्मज्ञान प्राप्त करना काफी नहीं, बल्कि उसे अपने जीवन में अपनाना भी आवश्यक है। एक उदाहरण के द्वारा सतगुरु माता जी ने समझाया कि जैसे कोई दुकानदार अपने काम को पूरी ईमानदारी और संतुलन के साथ करता है, ग्राहक को मांग के अनुसार सही नापतोल करके माल देता है और उसका उचित मूल्य स्वीकारता है। अपने कार्य में पूरी तरह से संतुलन बनाए रखता है। इसी तरह भक्त परमात्मा से जुड़कर हर कार्य उसके अहसास में करता रहता है, सत्संग सेवा एवं सिमरण को प्राथमिकता देता है, यही वास्तविकता में भक्ति का असली स्वरूप है। इसके पहले आदरणीय निरंकारी राजपिता रमित जी ने अपने विचारों में कहा कि भक्ति का उद्देश्य परमात्मा के साथ एक प्रेमपूर्ण नाता जोड़ने का हो। इसके लिए संतों का जीवन हमारे लिए प्रेरणास्रोत होता है जो हमें अपनी आत्मा का मूल स्वरूप परमात्मा को जानकर जीवन का विस्तार असीम सच्चाई की ओर बढ़ाने की शिक्षा देता है। आपने बताया कि हमें अपनी आस्था और श्रद्धा को सच्चाई की ओर मोड़ना चाहिए और हर पल कदम में परमात्मा के प्रेम को महसूस करना चाहिए तभी सही मायनो में भक्ति का विस्तार सार्थक होगा। समागम की कुछ झलकियां कवि दरबार             समागम के तीसरे दिन एक बहुभाषी कवि दरबार का आयोजन किया गया जिसमें जिसका विषय था ‘विस्तार – असीम की ओर।’महाराष्ट्र के अतिरिक्त देश के विभिन्न स्थानों से आए हुए 21 कवियों ने मराठी, हिन्दी, अंग्रेजी, कोंकणी, भोजपुरी आदि भाषाओं में इस कवि दरबार में काव्य पाठ करते हुए मिशन के दिव्य सन्देश को प्रसारित किया। श्रोताओं द्वारा कवियों की भूरि भूरि प्रशंसा की गई।             मुख्य कवि दरबार के अतिरिक्त समागम के पहले दिन बाल कवि दरबार एवं दूसरे दिन महिला कवि दरबार का आयोजन लघु रूप में किया गया। इन दोनों लघु कवि दरबार कार्यक्रमों में मराठी, हिन्दी एवं अंग्रेजी भाषाओं के माध्यम से 6 बाल कवि एवं 6 महिला कवियों ने काव्य पाठ किया जिसकी श्रोताओं द्वारा अत्यधिक प्रशंसा की गई।  निरंकारी प्रदर्शनी...

  • उत्तराखण्ड

    विशाल वर्मा बने अखिल एकता उद्योग व्व्यापार मण्डल के जिला अध्यक्ष और हर्षित तिवारी जिला प्रभारी,

    By

    हल्द्वानी आज अखिल एकता उद्योग व्यापार मण्डल के यशस्वी प्रदेश अध्यक्ष जी अनुज कांत अग्रवाल जी...

  • उत्तराखण्ड

    स्वतंत्र भारत के इतिहास में उत्तराखण्ड यू.सी.सी लागू करने वाला बना देश का पहला राज्य।,

    By

    मुख्यमंत्री ने किया समान नागरिक संहिता की अधिसूचना का अनावरण। यूसीसी पोर्टल ucc.uk.gov.in का भी किया...

  • उत्तराखण्ड

    प्रकाश आर्य ने मण्डल अध्यक्ष के निष्कासन की करी मांग।,

    By

    भवाली: भाजपा के पालिकाध्यक्ष प्रत्याशी रहे प्रकाश आर्य ने पार्टी संगठन से मण्डल अध्यक्ष के निष्कासन...

Trending News

Follow Facebook Page